शिमला पुलिस का नशे के खिलाफ बड़ा प्रहार…जनवरी में NDPS के 46 केस दर्ज, 85 नशा तस्कर गिरफ्तार

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हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में नशे के खिलाफ पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए जनवरी महीने में 85 तस्करों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने एनडीपीएस (NDPS) एक्ट के तहत 46 मामले दर्ज कर कई बड़े ड्रग नेटवर्क को ध्वस्त किया है। शिमला पुलिस के मिशन क्लीन के तहत चली इस मुहिम में कई कुख्यात गैंगों पर भी शिकंजा कसा गया है। इनमें शाही महात्मा गैंग, संदीप शाह गैंग, रंजन और राधे गैंग शामिल हैं।शिमला पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी के नेतृत्व में वर्ष 2025 की शुरुआत में ही ड्रग्स के खिलाफ यह बड़ी कार्रवाई की गई है। पुलिस का कहना है कि आने वाले दिनों में यह मुहिम और तेज होगी ताकि शिमला को नशा मुक्त बनाया जा सके। पुलिस की नजर अब संदीप शाह गैंग के उन 25 प्रमुख ड्रग पेडलरों पर है जिनकी गिरफ्तारी जल्द होने वाली है।

पिछले 24 घंटों में भी हुई ताबड़तोड़ कार्रवाई
पिछले 24 घंटों में शिमला पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत 8 अलग-अलग मामलों में 10 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया। इस दौरान अफीम, चरस, चिट्टा, स्मैक और 2 लाख रुपए बरामद किए गए। पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि शिमला में नशे का कारोबार बेहद संगठित तरीके से चलाया जा रहा था और इसमें ऑनलाइन पेमेंट से लेकर सोशल मीडिया तक का इस्तेमाल किया जा रहा था।

शाह गैंग का सरगना संदीप शाह कोलकाता से चला रहा था ड्रग रैकेट
शिमला पुलिस को जांच में पता चला है कि शाह गैंग का सरगना संदीप शाह कोलकाता से चिट्टा (हेरोइन) की तस्करी का रैकेट चला रहा था। यह गिरोह यूपीआई, मैसेंजर, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम और कैश डिपॉजिट मशीन के जरिए पैसों का लेन-देन करता था। तस्करों के लिए पैसा पहले कोलकाता में जमा होता था, जिसके बाद दिल्ली से हेरोइन की सप्लाई की जाती थी। यह गिरोह उत्तर भारत के कई राज्यों में नशे की खेप को भेजता था। लेकिन इसका मुख्य टारगेट शिमला था।

ऑनलाइन माध्यम से हो रहा था नशे का कारोबार
जांच में यह भी सामने आया है कि नशा माफिया अब तकनीक का इस्तेमाल कर पुलिस को चकमा देने की कोशिश कर रहे हैं। यूपीआई पेमेंट, सोशल मीडिया चैट, ऑनलाइन बैंकिंग और कैश डिपॉजिट मशीन के जरिए लेन-देन कर तस्कर पुलिस की पकड़ से बचने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन शिमला पुलिस ने साइबर टीम और खुफिया नेटवर्क के जरिए इन गिरोहों की पूरी श्रृंखला को उजागर कर दिया।

एसपी संजीव गांधी बोले—नशा माफिया को नहीं मिलेगी राहत
शिमला के एसपी संजीव गांधी ने कहा कि शहर को नशे से मुक्त करने के लिए पुलिस पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि हम नशा माफिया से जुड़े किसी भी व्यक्ति को नहीं बख्शेंगे। जो भी इस अवैध धंधे में शामिल है, उसे सलाखों के पीछे पहुंचाया जाएगा। उन्होंने बताया कि जनवरी महीने में 46 केस दर्ज किए गए हैं और 85 ड्रग पेडलर गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इसके अलावा कई गिरोहों का नेटवर्क तोड़ दिया गया है। आने वाले दिनों में मिशन क्लीन और तेज किया जाएगा और अन्य नशा तस्करों पर भी सख्त कार्रवाई होगी।

शिमला पुलिस की इस कार्रवाई के प्रमुख बिंदु :

जनवरी 2025 में एनडीपीएस के 46 केस दर्ज
85 नशा तस्कर गिरफ्तार
शाही महात्मा, संदीप शाह, रंजन और राधे गैंग का नेटवर्क ध्वस्त
2 लाख रुपये नकद, चिट्टा, चरस, अफीम और स्मैक बरामद
शाह गैंग का सरगना संदीप शाह कोलकाता से चला रहा था ड्रग रैकेट

सोशल मीडिया और डिजिटल पेमेंट के जरिए हो रहा था लेन-देन
बहरहाल शिमला पुलिस की इस बड़ी कार्रवाई से ड्रग माफिया में हड़कंप मच गया है। पुलिस का अगला निशाना अब संदीप शाह गैंग के बड़े तस्कर हैं, जिनकी गिरफ्तारी की तैयारी पूरी कर ली गई है। पुलिस की इस मुहिम से शिमला में नशे के अवैध कारोबार पर लगाम लगाने की उम्मीद जगी है।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक