अंबुजा कंपनी दाड़लाघाट 1 हफ्ते तक बंद, धुंआ और धूल निकलने पर लिया गया निर्णय

Spread the love

अंबुजा सीमेंट प्लांट दाड़लाघाट में निकल रहे धुएं और धूल की समस्या के चलते कंपनी एक सप्ताह तक बंद रहेगी। कंपनी ने एक सप्ताह का शटडाउन लेने का निर्णय लिया है। इस दौरान यहां न तो सीमेंट बनेगा और न ही क्लिंकर तैयार होगा। हालांकि कर्मचारियों को कोई छुट्टी नहीं होगी। वे मेकेनिकल स्टॉफ के साथ कंपनी में आएंगे। एक सप्ताह तक कंपनी में सभी कलपूर्जों की सफाई की जाएगी। साथ ही धुंआ निकाल रहे पूर्जों को भी ठीक किया जाएगा, ताकि धुएं की समस्या खत्म हो सके।कंपनी प्रबंधकों का कहना है कि अगर समस्या जल्द हल नहीं हुई तो यह शटडाउन आगे भी बढ़ाया जा सकता है।

 

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम ने भी कंपनी में निरीक्षण किया। बोर्ड के सहायक अभियंता अनिल की अगुवाई में परवाणू की टीम ने जांच की। उन्होंने कंपनी से इसका रिकॉर्ड मांगा और धुंआ निकलने के कारण भी पूछे। इसके बाद कंपनी ने एक सप्ताह तक शटडाउन करने का निर्णय ले लिया। हालांकि अब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड इसकी रिपोर्ट तैयार करेगा और नियमों के तहत कंपनी पर कार्रवाई करेगा। बोर्ड ने पहले ही उन्हें नोटिस जारी कर दिया है।

लोगों को करें विस्थापित
उधर, गांव रोडी के लोगों का कहना है कि अंबुजा सीमेंट प्लांट के कारण उनके पूरे गांव में प्रदूषण और खतरे की स्थिति बन गई है। लोगों को इस स्थान से किसी अन्य सुरक्षित स्थान पर विस्थापित किया जाए, ताकि वे सुरक्षित और स्वस्थ जीवन जी सकें। लोगों ने बताया कि वे इस समस्या से बहुत परेशान हैं और उन्हें उम्मीद है कि सरकार उनकी मांग पर ध्यान देगी और जल्द कार्रवाई करेगी।अंबुजा सीमेंट लिमिटेड के कारखाने से निकल रहे धुएं और धूल की समस्या पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम ने जांच शुरू कर दी है। टीम ने कंपनी में स्थापित उपकरणों का गहराई से पता लगाया जा रहा है कि किस वजह से यह मामला सामने आया। टीम ने कंपनी के उपकरणों का निरीक्षण किया है। अगर कुछ गड़बड़ी मिलती है तो कार्रवाई की जाएगी

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक