कांग्रेस पार्टी में अब शासन करने की क्षमता जा चुकी है : त्रिलोक

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धर्मशाला, भाजपा प्रदेश महामंत्री त्रिलोक कपूर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी कहा है कि आज कांग्रेस पार्टी अर्बन नक्सल के हाथों में चली गयी है। यह एक सोची समझी षडयंत्र और भारत में अराजकता उत्पन्न करने के एक प्रयास का हिस्सा भी है।“ कपूर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने 8.5 हजार खटा खट स्कीम देने की बात की थी, यानि एक लाख रुपए हर परिवार की एक महिला को देंगे। 140 करोड़ की आबादी वाले भारत में लगभग 31 करोड़ परिवार हैं। यानि कांग्रेस ने 31 लाख करोड़ रुपए देने का वादा किया था। जबकि, पिछले साल के बजट में राजस्व आय 26.80 लाख करोड़ रुपए का था। यानि, भारत की कुल आमदनी लगभग 27 लाख करोड़ रुपए है और कांग्रेस पार्टी ने 31 लाख करोड़ रुपए बांटने का वादा किया था, यह कैसा वादा था? कांग्रेस का वादा वैसा ही था जैसे पोंजी स्कीम वाले लोग करते हैं। कांग्रेस ने अशिक्षित महिलाओं के हाथ में कागज थमाकर नाम लिखने के लिए कहा था और उन्होंने कहा था कि 4 जून के बाद आकर पैसा ले लेना। लखनऊ से लेकर बेंगलूरू तक महिलाएं कांग्रेस आफिस पहुंच गयी थी। यह एक सोची समझी षडयंत्रकारी मानसिकता का भी प्रयास हो सकता है। यह दर्शाता है कि कांग्रेस पार्टी में अब शासन करने की क्षमता जा चुकी है। कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार ने कहा था कि दूध पर दी जाने वाली सब्सिडी 5 रुपए से बढ़ाकर 7 रुपए कर दिए जाएंगे, लेकिन कांग्रेस ने सब्सिडी नहीं दी। इसके विपरीत, हिमाचल में कांग्रेस सरकार ने दूध की कीमत 3 रुपए बढ़ा दी। त्रिलोक कपूर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी द्वारा किए गए वादों को पूरा नहीं करने का इतना बड़ा पहाड़ है, जो एक तिनके से ढंकना संभव नहीं है। वहीं, कांग्रेस पार्टी सोशल मीडिया पर एक बयान जारी कर, जो एक तिनके समान है, उस पहाड़ को ढंकने का प्रयास कर रही है। कांग्रेस पार्टी के कार्यकाल के दौरान, राजनीति ‘विश्वसनीयता के संकट’ से ग्रस्त थी, जबकि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में, भारतीय जनता पार्टी ने इसे ‘विश्वसनीयता के केंद्र’ में बदल दिया है।

उन्होंने कहा कि हिमाचल में भी कांग्रेस पार्टी ने जनता को केवल धोखा देने का काम किया है, ना महिलाओं को 1500 रु मिले, ना युवाओं को नौकरियां मिली, बस मिला तो केवल धोखा ही धोखा।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक