नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को आपदा प्रबंधन के बारे किया जागरूक

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सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के सम्बद्ध कलाकारों ने आज सोलन ज़िला के विकास खण्ड कण्डाघाट तथा धर्मपुर की ग्राम पंचायतों में ग्रामीणों को आपदा प्रबंधन के बारे में गीत-संगीत व नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जागरूक किया।
पर्वतीय लोक मंच के कलाकारों द्वारा आज धर्मपुर विकास खण्ड की ग्राम पंचायत कृष्णगढ़ तथा ग्राम पंचायत चण्डी में लोगों को नुक्कड़ नाटक के माध्यम से अवगत करवाया कि प्राकृतिक आपदा को रोका नहीं जा सकता, लेकिन जागरूक व्यक्ति जीवन और संपत्ति के नुकसान को न्यून करने में सहायक बन सकता है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदा जैसे भूकम्प व भूस्खलन से निपटने के लिए प्रशिक्षण आवश्यक है ताकि जानो-माल का कम से कम नुकसान हो।

 

अक्षिता लोक कला मंच के कलाकारों द्वारा आज राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कण्डाघाट तथा हिम शिक्षा केन्द्र स्कूल वाकनाघाट के प्रांगण में गीत-संगीत के माध्यम से आपदा प्रबंधन के बारे में जानकारी दी। कलाकारों ने गीतों के माध्यम से अवगत करवाया कि आपदा के समय प्रशिक्षित व्यक्ति अपने साथ-साथ अन्य लोगों को भी सुरक्षित रखने में अहम भूमिका निभाता है।

कलाकारों ने लोगों को अवगत करवाया कि आपदा के समय एक-एक क्षण अत्यंत मूल्यवान होता है और ऐसी परिस्थिति में कभी भी घबराना नहीं चाहिए। लोगों को बताया गया कि आपदा से बचाव के लिए राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा सोशल मीडिया पर विस्तार से जानकारी उपलब्ध करवाई गई है।
इस अवसर पर ग्राम पंचायत वाकनाघाट के प्रधान हरजिन्द्र सिंह, ग्राम पंचायत कृष्णगढ़ के प्रधान कैलाश शर्मा, ग्राम पंचायत चण्डी के प्रधान बलवंत ठाकुर, ग्राम पंचायत वाकनाघाट के उप प्रधान लीला दत्त शर्मा, सचिव विजय शर्मा, हिम शिक्षा केन्द्र स्कूल वाकनाघाट नरेन्द्र शर्मा, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कण्डाघाट के प्रधानचार्य कुलदीप सूर्या सहित सांस्कृतिक दलों के कलाकार व ग्रामीण उपस्थित थे।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक