नवरात्र महोत्सव पर शिमला शहर से श्रद्धालुओं के लिए तारादेवी मंदिर जाने और आने के लिए वीरवार से एचआरटीसी विशेष बस सेवा शुरू कर रहा है। यह बस सेवा 3 से 12 अक्तूबर तक सुबह 9:00 से शाम 6:00 बजे तक पुराना बस स्टैंड से तारादेवी मंदिर के लिए मिलेंगी। इसके अलावा टेंपो ट्रेवलर भी चलाए जाएंगे। इस बार एचआरटीसी पहली बार टुटू, बालूगंज और चक्कर के लिए भी पुराना बस स्टैंड से वाया टुटू होकर विशेष बसें चलाएगा। बस सेवा हर घंटे के नियमित अंतराल के बाद उपलब्ध करवाई जाएंगी। श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने पर अतिरिक्त बसें चलाई जाएंगी। इसके लिए एचआरटीसी ने विशेष रूप से टीमें पुराना बस स्टैंड, शोघी और तारादेवी में तैनात की हैं। मांग पर शोघी और आनंदपुर से भी तारादेवी मंदिर के लिए शटल बस सेवा शुरू की जाएगी।
पुराना बस अड्डा से चलेंगे तीन टैंपो ट्रेवलर
पुराना बस अड्डा से नवरात्र पर सुबह 9:00 बजे से नियमित अंतराल के बाद टेंपो ट्रैवलर चलाए जाएंगे। इसके लिए 25 सीटर तीन टेंपो ट्रेवलर उपलब्ध करवाए हैं। टेंपो ट्रेवलर की सुविधा श्रद्धालुओं को बस किराए की अपेक्षा डेढ़ गुना किराये पर मिलेगी। टेंपो ट्रेवलर भी शाम 6:00 बजे तक चलेंगे
वाया टुटू होकर चलेंगे दो टैंपो ट्रेवलर
एचआरटीसी पहली बार टुटू, बालूगंज, चक्कर और समरहिल के लोगों की सुविधा के लिए वाया टुटू होकर टेंपो ट्रैवलर सुविधा उपलब्ध करवा रहा है। यह टेंपो ट्रैवलर सुबह 10:00 और 11:00 बजे तक चलेंगे। एचआरटीसी के मुताबिक यह सुविधा ट्रायल के तौर पर शुरू की जा रही है। रुझान अच्छा रहा तो पूरे नवरात्र पर दो टेंपो ट्रैवलर को इस रूट पर चलाया जाएगा।
नवरात्र महोत्सव पर एचआरटीसी श्रद्धालुओं शिमला से तारादेवी के लिए विशेष बस सेवाएं शुरू करेगा। इसके अलावा टेंपों ट्रैवलर भी चलाए जाएंगे। श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की दिक्कत न हो इसको देखते हुए अधिकारियों को जिम्मेदारियां सौंपी हैं। यात्रियों की संख्या को देखते हुए बसों की संख्या बढ़ाई जा सकती है।
20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक