सुबाथू के रड़ियाणा में निरंकारी बाल समागम का किया गया आयोजन

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इस बाल समागम की अध्यक्षता करते हुए समाना-पंजाब से आये युवा महात्मा सतनाम जी ने कहा कि दिखने में तो बच्चे ही थे पर जो संदेश इन्होने दिया वह बहुत बड़ा था। बच्चों ने कई प्रकार की कलाओं का सहारा लेते हुए यह बताने का प्रयास किया कि मर्यादा व अनुशासन में रहकर जीवन व्यतित करना चाहिए । उन्होंने निरंकारी सत्गुरू माता सुदीक्षा जी महाराज की शिक्षाओं का जिकर करते हुए बताया कि मानुष जन्म बहुत ही अनमोल है हमें व्यर्थ नहीं गंवाना चाहिए बल्कि सत्संग-सेवा-सिमरन में लगाना चाहिए।

 

उन्होने बच्चों द्वारा पेश की गई हर आईटम की सराहना की और कहा बच्चों के मन निर्मल होते हैं यदि बचपन से ही इनमें जात-पात, भाषा, रहन-सहन आदि के आधार पर किसी से वैर-नफरत का भाव पैदा न होने दिया जाए तो बड़े होकर ये बच्चे समाज व देश के लिए वरदान साबित हो सकते हैं और फिर देश में अनेकता होते हुए भी एकता स्थापित करना सम्भव हो सकेगा। इन नन्हे मुन्ने बच्चों से यह आशा की जाती है कि वे सोशल मीडिया की और कम ध्यान दें तथा अपनी पड़ाई के विषयों एवं खेल कूद पर विशेष ध्यान देंगे। अपने माता पिता एवं अध्यापकों का सत्कार करें तथा उनकी आज्ञा का पालन करें। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि बच्चों में संस्कार बाल संगत से ही आ सकता है। वर्तमान में बच्चों में संस्कार व सद्गुण निरंतर समाप्त होते जा रहे हैं, उनमें केवल सेवा, सत्संग, सिमरन व आध्यात्मिक विचार धारा से पुन: इन्हें जागृत किया जा सकता है।

आज के बच्चे देश का भविष्य हैं अतः परम पिता परमात्मा से अरदास है कि वह इन बच्चों को सदबुद्धि प्रदान करें ताकि ये अपने माता पिता एवं देश का नाम रोशन कर सकें।

इस बाल समागम में जोन नम्बर 5A सोलन के अन्तर्गत जिला सोलन व सिमौर की 27 ब्रांचों के सैकड़ों की संख्या में बच्चे उपस्थित हुए।

बच्चों ने हिन्दी, पंजाबी, इंगलिश व हिमाचली भाषा का सहारा लेते हुए भजन, कविता, कव्वाली, स्किट, भाषण, अवतार बाणी व हरदेव बाणी के शब्द कीर्तन आदि के रूप में अपने भाव व्यक्त किए। बच्चों ने अपनी अपनी प्रस्तुति में यह बताने की कोशिश की कि निरंकारी मिशन सारी मानवता का मिशन है यह किसी विशेष मजहब जाति धर्म या वर्ण से सम्बन्धित नहीं है। यह प्यार का मिशन है और प्यार मानव मात्र को प्रभु से जोड़ता है।

सुबाथू के संयोजक इन्द्रपाल आहलूवालिया ने इस बाल समागम में आये बच्चों सहित अभिभावक व दूर दराज से आये अनेकों मिशन के अनुयायी तथा जिज्ञासुओं का अभिनंदन व स्वागत किया तथा बच्चों द्वारा दिए गए सतगुरु के संदेश की भरपूर सराहना की।

इस अवसर पर कार्यक्रम की समाप्ति पर प्रतिभागी बच्चों को जोनल इंचार्ज विवेक कालिया द्वारा कार्यक्रम में सम्मिलित होने वाले बच्चों को प्रस्शति पत्रों द्वारा सम्मानित किया गया, जिससे कि इन बच्चों के मनोबल को और बल मिल पाए।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक