मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम पर 16 नबंवर 2013 का दिन इतिहास के पन्नों में हमेशा के लिए दर्ज है। इसी दिन वेस्ट इंडीज से टेस्ट सीरीज जीतने के साथ क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंडुलकर ने हमेशा के लिए क्रिकेट को अलविदा कह था और इस दिन सभी की आखें नम थी। जी हां तो चलिए आज हम आपको सचिन तेंदुलकर के आखिरी टेस्ट मैच की कुछ खास बातें बताने जा रहे है।
74 रनों की पारी खेलकर लिया था संन्यास
वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए मैच में उन्होंने 74 रनों की पारी खेली थी। इस मैच में उनका विकेट कैरेबियाई स्पिनर नरसिंह देवनारायण ने लिया था। इससे पहले उन्होंने वनडे से दिसंबर 2012 में विदाई ली थी। क्रिकेट को अमरीका के साथ अन्य देशों में लोकप्रिय बनाने के लिए उन्होंने हाल ही में क्रिकेट ऑल स्टार सीरीज का आयोजन भी कराया।
इसमें उनके साथ ऑस्ट्रेलियाई लेग स्पिनर शेन वॉर्न भी शामिल थे। टूर्नामैंट में दोनों खिलाड़ी लंबे अरसे के बाद आमने-सामने दिखाई दिए थे। लीग में वॉर्न वॉरियर्स ने सचिन ब्लार्स्ट्स को 3-0 से क्लीन स्वीप किया था।
सचिन के इमोशनल भाषण से रोया था सारा देश
यह संबोधन इतना भावनात्मक था कि पूरा देश भावुक हो गया था और पूरा स्टेडियम सचिन की भावुक स्पीच सुन रहा था। हर कोई अपने हीरो को सुनने और उनका अभिवादन करने को बेताब थे। अपने इमोशनल भाषण के बाद तेंडुलकर ने स्टेडियम का विक्ट्री लैप लगाया।
इस पूरे चक्कर के दौरान अधिकांश समय उन्हें साथी खिलाडि़यों ने कंधे पर उठाए रखा।अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में शतकों का शतक (100 सेंचुरी) लगाने वाले एकमात्र खिलाड़ी सचिन के नाम सबसे ज्यादा टेस्ट और सबसे ज्यादा वन-डे रनों के कीर्तिमान दर्ज हैं।
सचिन के यादगार रिकार्ड
सचिन ने 200 टैस्ट मैचों में 53.78 की औसत से 15921 रन बनाए। इसमें 51 शतक और 68 अर्द्धशतक शामिल है। उन्होंने 463 वनडे में 44.83 की औसत से 18426 रन बनाए। वे मात्र 1 टी20 मैच खेले, जिनमें उन्होंने 10 रन बनाए। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 30 हजार से ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी है।
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