मुख्यमंत्री की अराजकता फैलाने वाली पाॅलिसी : बिंदल

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शिमला, मुख्यमंत्री श्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू ने ‘‘भूट्टो को कुट्टो’’ का नारा लगाकर प्रदेश में एक बात का संदेश दिया है कि हिमाचल प्रदेश कांग्रेस की वर्तमान सरकार में अराजकता से चलेगा, गंुडागर्दी से चलेगा, दादागिरी से चलेगा और कानून व्यवस्था कानून से नहीं मुख्यमंत्री और कांग्रेस पार्टी की तानाशाही से चलेगी।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डाॅ0 राजीव बिन्दल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी और मुख्यमंत्री की अराजकता फैलाने वाली पाॅलिसी के कारण ही चम्बा में दलित युवक की नृशंस हत्या हुई। उस युवक के 8 टुकड़े कर नाले में फेंक दिया गया परन्तु मुख्यमंत्री व सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंगी क्योंकि खुद मुख्यमंत्री अराजकता फैला रहे हैं। प्रदेशभर में एक साल में 500 से ज्यादा हत्याएं, 1000 के लगभग महिलाओं के अनाचार, दुराचार के मामले और 2000 से ज्यादा सिंथेटिक ड्रग के मामले केवल मुख्यमंत्री की इस दादागिरी वाली सोच का नतीजा है।
डाॅ0 बिन्दल ने कहा कि कांग्रेस के माननीय विधायक कांग्रेस के खिलाफ क्यों गए उसका जवाब भी मुख्यमंत्री ने स्वयं दे दिया कि वे विधायकों को कुछ नहीं समझते, उनको जूते की नोक पर रखना चाहते हैं और प्रदेश की जनता को लगातार ठगने का काम कर रहे हंै। इसी वजह से 43 विधायकों के साथ चली सरकार 34 पर पहुंच गई।
डाॅ0 बिन्दल ने कहा कि मुख्यमंत्री का जनसभा में बयान इस बात का द्योतक है कि सरकार ओर मुख्यमंत्री बौखलाहट में है, घबराहट में है और मानसिक संतुलन खो बैठे हैं क्योंकि 18 महीने में प्रदेश में सुखविन्द्र सिंह सुक्खू सरकार ने जनहित का एक भी काम नहीं किया, अगर किया होता तो अपने काम के दम पर चुनावी जनसभाओं में जाते और जनता से काम के दम पर वोट मांगते परन्तु हार के डर से कांग्रेसी अपना आपा खो बैठे हैं और भ्रष्टाचार के दलदल में डूबी हुई सरकार, जनता को ठगने वाली सरकार केवल गालियां देकर दूसरों के उपर आरोप लगाकर जनता को डरा धमका कर वोट लेने में जुट गई है।
डाॅ0 बिन्दल ने कहा कि मुख्यमंत्री का, उप मुख्यमंत्री तथा अन्य मंत्रियों की उपस्थिति में जनता में दिया गया बयान माफी के काबिल भी नहीं है और अब प्रदेश की जनता ऐसे अहंकारी व्यक्ति को सत्ता से हटाकर ही दम लेगी।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक