निर्दलीय विधायकों का इस्तीफा स्वीकार न करना असंवैधानिक और गैर कानूनी:रणधीर

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शिमला, भारतीय जनता पार्टी विधायक एवम भाजपा मीडिया विभाग के प्रभारी रणधीर शर्मा ने कहा कि पिछले एक डेढ़ महीने के घटनाक्रम से जो हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस समर्थक विधायकों की संख्या 43 से घटकर 34 पर आ गई है उससे हिमाचल प्रदेश कांग्रेस पार्टी के नेताओं में निराशा और हताश है और मुख्यमंत्री समेत वह सभी नेता निराशा हताशा के कारण इतनी बौखलाहट में है कि वह आए दिन निम्न स्तरीय बयान बाजी कर रहे हैं। जिन विधायकों ने कांग्रेस पार्टी को छोड़ा है उन विधायकों पर बिना प्रमाण के बिना तथ्यों के आरोप लगा रहे हैं कि वह विधायक बिक गए है उन विधायकों को काले नाग की संज्ञा दि जाती है कभी उन विधायकों को भेड़ कहा जाता है और कभी उनको मेंढक की संज्ञा दी जाती है,
उहोंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का मानना है कि कांग्रेस पार्टी के नेताओं विशेष कर मुख्यमंत्री जो निराधार तथ्यहीन आरोप लगा रहे हैं क्योंकि मुख्यमंत्री स्तर के नेता को बिना तथ्यों के आरोप लगाना शोभा नहीं देता या तो अपने आरोपों के साथ प्रमाण दें अन्यथा इस बयान बाजी को तुरंत बंद करें।

आज उनके विधायकों की संख्या 43 से घटकर 34 पर आग गई है जिन विधायकों ने कांग्रेस पार्टी को छोड़ा है वह खुलकर अपनी बात कर रहे हैं उन्होंने शुरू से कहा है कि वह इस सरकार की एक साल की नीतियों से परेशान और तंग मुख्यमंत्री के कार्य शैली में उन्हें इस कदर एहसास हुआ कि वह उस पार्टी को छोड़ने पर मजबूर हो गए जिसमें उन्होंने अपना पूरा जीवन व्यतीत किया।

उन्होंने कहा कि सरकार ने एक साल में अपने चुनावी वादों को पूरा करना तो दूर अपनी गारंटीयों को पूरा करने के प्रति गंभीरता नहीं दिखाई।

उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के प्रति आज देशभर में आकर्षण और देश भर से कांग्रेस पार्टी के नेता अन्य विपक्षी दलों के नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के व्यक्तित्व और कृतित्व से प्रभावित होकर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो रहे है, क्योंकि मोदी ने अपने 10 साल के कार्यकाल के दौरान देशहित और जनहित में अनेक नीतियां बनाई और अनेक विकास के नए आयाम खड़े किए।

रणधीर शर्मा ने कहा कि आज देश का हर नागरिक जानता है की अगर हर क्षेत्र में विकसित हुआ है चाहे वह इन्फ्रास्ट्रक्चर हो, स्वास्थ्य संस्थान खुलने की बात हो, रेलवे लाइन के विस्तारीकरण की बात हो, गरीब लोगों के हित में चलाई गई अनेक योजनाओं की बात हो, मोदी सरकार ने हर क्षेत्र में सराहनीय कार्य किया है। पांचवी आर्थिक शक्ति खड़ा करके इस दुनिया में देश का नाम रोशन किया और जिस तरह से प्रधानमंत्री ने गंभीर समस्याओ जैसे आतंकवाद, भ्रष्टाचार पर नकेल कसी।धारा 370 समाप्त करके देश की एकता अखंडता को मजबूत किया । एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक करके आतंकवाद को कुचलने का काम किया है।ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करके भ्रष्टाचार पर नकेल कसी उससे इस देश की जनता में मोदी सरकार के प्रति आकर्षण बड़ा और वही कारण है कि अनेक पार्टियों के जो भारतीय जनता पार्टी के विरोध में काम करती है उनके बड़े-बड़े नेता भी भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो रहे है क्योंकि उन्हें लगता है कि उनका भविष्य भी तभी सुरक्षित है जब देश का भविष्य सुरक्षित है अपने सुरक्षित और उज्ज्वल भविष्य के लिए अनेक लोग भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो रहे है।

उन्होंने कहा कि हिमाचल 6 कांग्रेस पार्टी के विधायक भारतीय जनता पार्टी में आए हैं तो इसमें हैरानी की बात नहीं है आश्चर्य की बात नहीं है । हालत तो यह बने हैं कि और भी कई विधायक भारतीय जनता पार्टी में आ सकते हैक्योंकि दिन प्रतिदिन मोदी सरकार के प्रति लोगों का जो विश्वास और श्रद्धा बढ़ रही है और सनातन को बढ़ाने का काम सनातन के प्रति जनता में विश्वास पैदा करने का काम हमारे देश के लोगों के आस्था के केंद्रो को विकसित करने का काम मोदी ने किया है । विशेष रूप से अयोध्या में भगवान राम की जन्म भूमि पर मंदिर बनाकर प्राण प्रतिष्ठा करके जो विश्वास लोगों के मन में पैदा हुआ है वह भी एक कारण बन रहा है कि बहुत से लोग भारतीय जनता पार्टी की ओर बढ़ रहे है।
उन्होंने कहा कि जिन पार्टी के नेताओं ने प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम का निमंत्रण ठुकराया उस बात को तो उन पार्टी के कार्यकर्ताओं ने नेताओं ने भी अच्छा नहीं समझा और वह भी एक कारण है कि देश भर के नेता अन्य पार्टियों को छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में आए हैं और हिमाचल प्रदेश में इन विधायकों का आना भी उसका एक कारण है।

रणधीर शर्मा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में जिन तीन आजाद विधायकों ने त्यागपत्र दिए उन त्यागपत्त्रों को स्वीकार न करना उसको संवैधानिक मानती है वह गैरकानूनी है क्योंकि जब कोई विधायक व्यक्तिगत रूप से पेश होकर त्यागपत्र देता है तो उसके लिए संवैधानिक व्यवस्था यही है कि उस त्यागपत्र को स्वीकार किया जाता है
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी आने वाले विधानसभा के उप चुनाव में अपने संभावित हार को देखकर इतनी बौखला और निउत्साहित हो गई है कि वह तीन और उपचुनाव पेश करने की स्थिति में नहीं वह जानते हैं लोकसभा की चारों सीट तो भारतीय जनता पार्टी जीतेगी।
चुनाव घोषित हो चुके हैं वह 6 के 6 भी भारतीय जनता पार्टी की जाएगी और अगर यह तीन भी साथ हो गए यह भी जीत गए तो फिर तो उनकी सरकार ही अस्तित्व में नहीं रहेगीइस संभावित खतरे से घबराकर डरकर वह जो है इस त्यागपत्र को स्वीकार नहीं होने देना चाहते इसलिए यह स्थिति पैदा हुई है कि तीन आजाद विधायकों को अपने अस्थि से स्वीकार करने के लिए धरना देना पड़ रहा है।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक