Third Eye Today News

नौतोड़ में संशोधन को लेकर राजभवन से हरी झंडी का इंतजार, सीमाओं में रुकेगा अतिक्रमण

Spread the love

हिमाचल सरकार ने प्रदेश में जनजातीय क्षेत्रों में लोगों को कृषि के योग्य भूमि उपलब्ध कराने के लिए नौतोड़ के नियमों में संशोधन करने का फैसला लिया है। इसको लेकर मंत्रिमंडल ने अपनी सिफारिश राजभवन को भेजी है, मगर अभी तक संशोधन को राजभवन से हरी झंडी का इंतजार है। राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि संशोधन को मंजूरी मिलने से जनजातीय क्षेत्रों की सीमाओं में कृषि के लिए भूमि देने से जहां आय के साधन बढ़ेंगे। वहीं सीमाओं में अतिक्रमण भी रुकेगा।प्रदेश सरकार में बागवानी व राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि प्रदेश कैबिनेट ने नौतोड़ के नियमों में संशोधन को लेकर राज्यपाल को सिफारिश ही भेजी है। प्रदेश मंत्रिमंडल ने संविधान के अनुच्छेद 6 के तहत राज्यपाल को संशोधन की सिफारिश भेजी है। इसमें संशोधन राज्यपाल के अधिकार क्षेत्र में है, जो मंत्रिमंडल के सिफारिश पर करते हैं। लेकिन अभी तक वह खुद चार बार राज्यपाल से मिल चुके हैं।

इसके अलावा जनजातीय परिषद के प्रतिनिधियों समेत जनजातीय क्षेत्र के स्थानीय प्रतिनिधि भी राज्यपाल से मिल चुके हैं। मगर अभी तक इस संशोधन को लेकर राज्यपाल की सहमति का इंतजार है। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि दिवाली के अवसर पर राज्यपाल जनजातीय क्षेत्र को एक बड़ी सौगात देंगे। लेकिन वह अभी भी इसका इंतजार कर रहे हैं।

  जगत सिंह नेगी ने कहा कि चीन लगातार सीमा क्षेत्र में अतिक्रमण कर रहा है। ऐसे में केंद्र सरकार ने भी एफसीए में संशोधन कर सीमा क्षेत्र के 100 किलोमीटर के दायरे में बसने को लेकर FCA में संशोधन किया है। अगर राज्यपाल सरकार द्वारा भेजे गए प्रस्ताव को स्वीकार करता है तो इससे जहां जनजातीय क्षेत्र के लोगों की आय बढ़ेगी वहीं सीमाओं पर अतिक्रमण भी रुकेगा।

जगत सिंह नेगी ने कहा कि राजस्व विभाग में डिमार्केशन, पार्टीशन और इंतकाल के लंबित पड़े मामलों को जल्द निपटाने के लिए प्रदेश सरकार ने पहली बार बड़ा प्रयास किया ताकि हिमाचल प्रदेश में लंबित पड़े मामलों को जल्द से जल्द निपटाया जा सके। इसको लेकर हिमाचल प्रदेश में इंतकाल अदालत भी शुरू कर दी है, जिसमें लंबित इंतकाल के मामलों को निपटाया जा रहा है। इसके बाद अगली कड़ी में डिमार्केशन और पार्टेशन के मामलों को निपटाने के लिए भी निर्धारित समय सीमा तय की जाएगी ताकि लंबित पड़े मामलों को जल्द से जल्द निपटाया जा सके।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक