केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह से मिलकर अनुराग ठाकुर ने आपदा प्रभावित हिमाचल के लिए माँगे और 10000 आवास

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पूर्व में मंजूर 11000 आवासों और 27 हजार किमी ग्रामीण सड़कों की सौग़ात के लिए जताया आभार

केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा एवं खेल मामलों के मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री एवम पंचायती राज्य मंत्री श्री गिरिराज सिंह जी से आपदा प्रभावित हिमाचल प्रदेश को प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के अंतर्गत और 10 हजार आवासों की स्वीकृति प्रदान करने की मांग की है। हाल ही में श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने हिमाचल के लिए प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के अन्तर्गत श्री गिरिराज सिंह जी से 11000 घरों व 27 हजार किलोमीटर सड़क की मंज़ूरी कराई थी।

श्री ठाकुर ने कहा “ हाल ही में हिमाचल प्रदेश ने अभूतपूर्व प्राकृतिक आपदा की मार झेली है। मैं लगातार संपूर्ण हिमाचल के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर लोगों से संवाद कर रहा हूं। अभी की स्थिति के हिसाब से प्रभावित क्षेत्रों में और घरों के निर्माण की आवश्यकता है क्योंकि आपदा में भारी संख्या में आमजनों के मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं।इसी के मद्देनजर और लोक भावना को ध्यान में रखते हुए मैंने केंद्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री, आदरणीय श्री गिरिराज सिंह जी से हिमाचल प्रदेश हेतु 10 हजार अतिरिक्त प्रधानमंत्री ग्रामीण आवासों की मांग रखी है। इससे हिमाचल और हिमाचलवासियों के पुनरुत्थान में काफी सहायता मिलेगी”

आगे बोलते हुए श्री अनुराग ठाकुर ने कहा” आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने हिमाचल प्रदेश को अपना दूसरा घर माना है और देवभूमि को सुविधाएँ देने में कभी कोई कमी नहीं रखी। हाल ही में मैंने केंद्रीय ग्रामीण विकास व पंचायती राज मंत्री श्री गिरिराज सिंह जी से उनके मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले प्रधानमन्त्री ग्रामीण आवास योजना के अन्तर्गत हिमाचल में बारिश-बाढ़ प्रभावित पात्रों को घर देने का अनुरोध किया था। जिसे सहर्ष स्वीकारते हुए माननीय गिरिराज सिंह जी ने हिमाचल में 11000 घरों के निर्माण की मंज़ूरी दी थी। मैं हिमाचल के प्रति इतनी सहृदयता दिखाने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का व श्री गिरिराज सिंह जी का आभार व्यक्त करता हूँ”

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक