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कर्मचारीं आंदोलन से विकास कार्य ठप्प, लोगों के प्रति संवेदनहीन है सरकार : महेंद्र धर्माणी

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कर्मचारी हड़ताल पर, विकास कार्य हो रहे ठप : महेंद्र धर्माणी

शिमला : भाजपा प्रदेश प्रवक्ता महेंद्र धर्माणी ने सुक्खू सरकार को घेरते हुए कहा कि प्रदेश के कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं और पूरे प्रदेश में अव्यवस्था का वातावरण है।पंचायतीराज और ग्रामीण विकास विभाग के कर्मचारी आन्दोलन पर बैठे हैं।

उन्होंने कहा कि आपदा के बाद जहाँ नुकसान का आंकलन कर उसकी रिपोर्ट पेश की जानी थी वहीं तीन महीने बीतने के बाद भी आपदा का आंकलन नहीं हो रहा। आज 3300 पंचायतों में ग्राम सभाएं नहीं हो पाई है और विकास के काम ठप्प पड़े हैं।इतने अव्यवस्था में मंत्री और सीएम भी गंभीर नहीं दिख रहे है।

उन्होंने कहा प्राकृतिक आपदा से पूरे प्रदेश में हुए जान माल के नुकसान के कारण प्रदेश की जनता परेशान है, क्योंकि जिन पंचायत के माध्यम से इस नुकसान का आकलन व रिपोर्ट तैयार की जानी है, उन पंचायत के लगभग 4700 कर्मचारी जिला परिषद के पिछले कई दिनों हड़ताल पर हैं। पंचायत कर्मचारी के हड़ताल पर जाने से गांव और गरीब के कार्य ठप हो गए हैं। जिसके कारण आम जनता में सरकार के प्रति रोष है।

उन्होंने कहा अब सर्दी का मौसम प्रारंभ हो गया है। प्रदेश के कई हिस्से में बर्फबारी के कारण और भी मुश्किल हो जाएगी, ऐसे में सरकार की राहत जरूरतमंद लोगों तक नहीं पहुंचने से दूर दराज और पहाड़ी क्षेत्र के लोगों को बड़ी मुसीबत का सामना करना पड़ेगा। भाजपा प्रवक्ता महेंद्र धर्माणी ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार जिला परिषद कर्मचारी की समस्याओं का हल निकालने में पूरी तरह से असफल रही है। पहली कैबिनेट में जिला परिषद कर्मचारियों को पंचायती राज विभाग व ग्रामीण विकास विभाग में नियमित करने का आश्वासन दिया था। लेकिन नौ माह से ज्यादा समय हो गया लेकिन सरकार ने अभी तक उन कर्मचारियों की शुद्ध तक नहीं ली बढ़ गई हैं।

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि सरकार को जिला परिषद के अंतर्गत काम कर रहे प्रदेश के हजारों कर्मचारियों द्वारा गांव व आम जनता के विकास में उनकी भूमिका को समझना चाहिए अन्यथा गांव के विकास कार्य और आपदा के उपरांत पात्र लोगों को मिलने वाली सहायता नहीं मिल पाएगी। इन कर्मचारियों के आंदोलन पर होने के कारण प्रदेश की ज्यादातर पंचायत में दो अक्तूबर को पंचायत की आम सभा तक नहीं हो पाई।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक