सोलन में इस कुर्सी में बैठने से डरने लगे है अधिकारी, आखिर क्या है इस कुर्सी का रहस्य
सोलन नगर परिषद में EO के कमरे में लगी कुर्सी की कहानी बड़ी रोचक है। नगर परिषद में अक्सर इस बात की चर्चा रहती थी कि जो भी इस कुर्सी पर बैठता है उसका तबादला हो जाता है। पिछले करीब डेढ़ साल के भीतर सोलन नगर परिषद में नौ EO का तबादला होने को भी इस कुर्सी से जोड़ कर देखा जाता रहा है। अब डेढ़ साल के भीतर 9 अधिकारी बदला जाना सरकारी तंत्र की खामी थी या EO के कमरे में लगी कुर्सी ये कहना तो मुश्किल है। लेकिन मजेदार बात यह है कि सोलन नगर परिषद के दसवें और वर्तमान EO में भी इस कुर्सी को लेकर डर बैठा हुआ था। तभी उन्होनें ट्रांसफर के डर से ऑफिस में लगी पुरानी कुर्सी को साइड में रख अपने लिए नई कुर्सी लगवाई है।
अब हर रोज EO साहिब ऑफिस आते है व नई कुर्सी मे आकर विराजमान हो जाते है लेकिन दूसरी साइड रखी कुर्सी अब सिर्फ एक कोने मे नजरे गड़ाए दिल मे सोचती रहती है कि मैं कितने ईओ का आसन बनी लेकिन अब एक दम से मुझे एक कोने मे रख दिया है। ईओ साहिब के माथे मे लगा तिलक इस ओर इशारा करता है कि वो धार्मिक आस्थाओं मे बहुत विश्वास रखते है इसीलिए शायद सोलन नगर परिषद मे जो कुर्सी को लेकर एक चर्चा शुरू हो गई थी कि इसमे जो भी बैठता वो ज्यादा दिन तक इस सीट पर नहीं रह सकता। कुर्सी को बदलकर उन्होने नई कुर्सी तो लगा दी है लेकिन वो कब तक सोलन नगर परिषद मे डटे रहेंगे ये आने वाला समय ही बताएगा। अगर वो इस सीट पर जम गए तो इस बात को बल जरूर मिल जाएगा कि जरूर कुर्सी मे कोई तो बात थी की इतने ईओ बदल गए।
ऐसा नहीं कि सोलन नगर परिषद मे कुर्सी को पहली बार बदला गया हो इससे पहले जब पवन गुप्ता अध्यक्ष बने थे तो उन्होने भी अपने लिए नई कुर्सी मंगवाई थी ओर जब उसके बाद देवेन्द्र ठाकुर अध्यक्ष बने तो उन्होने भी अपनी कुर्सी को बदलकर नई कुर्सी मंगवाई थी। क्योकि उस समय भी इस बात कि चर्चा थी कि कुर्सी रास नहीं आ रही है इसलिए कुर्सी बदल डालो। देवेन्द्र ठाकुर को तो नई कुर्सी रास आ गई लेकिन ईओ ललित कुमार को ये नई कितनी रास आती है ये आने वाला समय बताएगा।
डेढ़ साल में इन EO का हुआ तबादला
बी. आर. नेगी, उत्तम चंद, नरेंद्र चौहान, सुधीर शर्मा, नरेंद्र चौहान, विवेक कुमार, सुधीर शर्मा, नारायण सिंह चौहान, गुरमीत नेगी, ललित कुमार।