कांग्रेस में गरमाई टिकट की राजनीति, जिले में दर्जनों ने किया टिकट के लिए आवेदन

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जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे सियासी पारा भी बढ़ता जा रहा है। टिकट की चाहत रखने वालों की अपने-अपने स्तर पर जारी कदम ताल की वजह से हमीरपुर जिला की राजनीति इन दिनों अच्छी खासी गरमा गई है। कांग्रेस के नेता जिस नए अंदाज में विधानसभा स्तर पर समर्थकों को रिझाने में लगे हैं। इस बार माहौल बदला नजर आ रहा है। नए चेहरों की सक्रियता ने कहीं कांग्रेस पार्टी के लिए एक जीत की आशा को भी खड़ा किया है। लेकिन पार्टी के बड़े नेता एक बार फिर कहीं न कहीं पुरानी राजनीति पर ही खड़ी नजर आ रही है। नए चेहरों को दरकिनार करने का प्रयास हमीरपुर में किया जा रहा है।हमीरपुर भाजपा का गढ़ माना जाता है, ऐसे में उदयपुर में हुई कांग्रेस की बैठक में इस बात को तय किया गया था कि जो सीटें कमजोर हैं वहां पर नए युवा और सक्रिय लोगों को टिकट आवंटन में आगे लाया जाए। ताकि पार्टी का माहौल बदला जाए, लेकिन कथनी और करनी में इतना बड़ा फर्क देखने को मिल रहा है कि हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र जो कांग्रेस पार्टी के लिए दूर की कौड़ी हो गई है। 

मतलब सिर्फ अपने चहेतों को रेवड़िया बांटने का काम एक बार फिर बड़े नेता जीत के फैक्टर को दरकिनार कर करने का प्रयास करते नजर आ रहे है। यही कारण है कि हमीरपुर में जहां कांग्रेस पार्टी के साथ सक्रिय और नए चेहरे लगातार वर्षों से पार्टी को मजबूत करने के लिए काम कर रहे थे। उन्हें दरकिनार कर पैनल में रिजर्व पूल में रखा गया है, ताकि जीतने वाले के नाम पर चर्चा अगर होती है तो इन्हे आगे लाएंगे। अगर नहीं होंगी तो हारने वाले अपने ही चहेते को टिकट दिलवाएंगे। हमीरपुर क्षेत्र से अनीता वर्मा, कुलदीप सिंह पठानिया, राजीव राणा, मोहित चौधरी, देवीदास शहंशाह, नीलम कुमार ठाकुर, राजकुमार शर्मा, रोहित कुमार शर्मा, सुनील शर्मा बिट्टू, रोशन लाल शर्मा, जुगल किशोर ठाकुर, सुरजीत सिंह राणा, अजय शर्मा, राकेश रानी वर्मा, पुरुषोत्तम लाल शर्मा, तेज नाथ तेज, सिकंदर कुमार, रामचंद्र पठानिया, ताराचंद चौधरी, नरेश कुमार ठाकुर, जोगिंदर सिंह ने आवेदन किया है।इधर, जिला कांग्रेस के अध्यक्ष राजेंद्र जार कांग्रेस के टिकटार्थियों की लंबी और नई कदम ताल की वजह से हाईकमान से गुजारिश कर रहे हैं कि समय रहते प्रत्याशियों का ऐलान हो जाए, तो आने वाले विधानसभा चुनावों में खींचतान का दौर खत्म हो जाएगा। उन्होंने हाईकमान से भी इस बाबत गुजारिश करके पत्र लिखा है।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक