आदिवासी कल्याण समिती द्वारा आयोजित तीन दिवसीय स्वर्गीय पवन गुप्ता मैमोरियल टूर्नामेंट का समापन

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आदिवासी कल्याण समिती द्वारा आयोजित तीन दिवसीय स्वर्गीय पवन गुप्ता मैमोरियल टूर्नामेंट का समापन कल देर रात तक हुआ समापन से पहले दूसरे राउंड मे 19 टीमो ने व तीसरे राऊड मे 10 टीमो ने भाग लिया जिसमे से चायन की गई 5 टीमो के मध्य फाईनल मैच हुए समापन समरोह मे मुख्यअतिथी सैंटलुक्स स्कूल के प्रबंधक फादर सहाय राज व प्रिंसिपल सिस्टर लवीना विषेश रूप से शामिल हुए समिती की और से उन्हे स्मृति चिन्ह पुष्प गुच्छ दे कर सम्मानित किया गया उन्होनो आदिवासी कल्याण समिती के सदस्यो की सरहान की और कहा की खेल से हर उम्र के लोगो का शरीर स्वस्थ बनता है इसलिए ज्यादा से ज्यादा लोगो को चाहे व महिला हो या पुरुष भाग लेना चाहिए। सहाय राज व लवीना ने विजेता टीमो को इनाम की राशी ट्राफी मेडल दे कर सम्मानित किया। एमआरएस रबोन टीम ने पराला खडा पत्थर टीम को 2-1 हरा कर प्रथम इनाम 41 हजार रू व ट्रॉफी पर कब्जा किया टीम के कप्तान रोपा उरॉव उप कप्तान सुखदेव ने इसका श्रेय टीम के सभी सदस्यो को दिया। पराला खडा पत्थर टीम ने आईएसबीटी शिमला सी टीम को 1-0 से हरा कर दूसरे इनाम 21 हजार व ट्रॉफी पर कब्जा किया

टीम के कप्तान संदीप उरॉव व उप कप्तान कार्तिक उरॉव ने टीम के सभी खिलाडीयो को बधाई दी व व अयोजको का धन्यवाद किया।आईएसबीटी शिमला सी टीम तीसरे स्थान पर रही उन्हे तृतीय पुरस्कार 11 हजार रू व ट्रॉफी प्रदान की गई टीम के कप्तान जगेश्वर ने टीम के सदस्यो का हौसला बढाते हुए कहा हम सब और ज्यादा महेनत करेगे और अगले प्रतियोगिता मे प्रथम स्थान प्राप्त करेगे।आदिवासी कल्याण समिती के सदस्यो प्रधान जॉर्ज समंत एरिया प्रबंधक दीपक, प्रदीप, बाबूनाथ सदस्य बाबूनाथ ने श्रीमति राजबाला गुप्ता पत्नी स्वर्गीय पवन गुप्ता,न्यूइरा कंस्ट्रक्शन के मालिक विकास कोशिक,सोलन प्रशासन व विशेष रूप से पुलिस कप्तान सोलन विरेंद शर्मा, सोलन हास्पिटल, सैंटलुक्स स्कूल प्रबंधन , समाजसेवी मुकेश गुप्ता व सोलन कंडाधाट के प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का सहयोग के लिए धन्यवाद किया।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक