हिमाचल प्रदेश में मध्यप्रदेश सवर्ण आयोग का अध्ययन करने के बाद, विचार करेगी सरकार
शिमला – प्रदेश में स्वर्ण आयोग गठित करने के लिए प्रदेश सरकार मध्य प्रदेश सवर्ण आयोग का अध्ययन कर रही है। उसके बाद सरकार विचार करेगी। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विधानसभा में कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह द्वारा पॉइंट ऑफ आर्डर के तहत उठाए गए मुद्दे का जवाब देते हुए कहा कि सवर्ण आयोग गठित करने को लेकर कहां की इस आयोग की मांग करने वाले लोग दो बार मिलने आए थे।
उन्होंने कहाकि देवभूमि में ऐसे मसले बेहद संवेदनशील तरीके से उठाए जा सकते हैं, ताकि राज्य की सौहार्दपूर्ण संरचना को किसी प्रकार से ठेस न पहुंचे। उन्होंने कहा कि सचिवालय के बाहर इन्होंने प्रदर्शन किया था और ऐसी भाषा का इस्तेमाल किया जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण थी। उन्होंने कहा कि अभी देश के 2 राज्यों मध्य प्रदेश व एक अन्य राज्य में सवर्ण आयोग गठित किया गया है। उनका कहना था कि सभी वर्गों को अपना पक्ष रखने का अधिकार है। मैंने आयोग की मांग करने वालों से आग्रह किया था। कि आंदोलन मत करें, नारे न लगाएं, भड़काऊ भाषण न दें।
इससे पूर्व कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि मैं किसी प्रकार से राजनीति विषय नहीं उठाना चाहता। न ही इसे किसी तरह से राजनीति से जुड़ा जाए। जब हर वर्ग के आयोग बने हुए हैं, तो सामान्य वर्ग के लोगों के लिए भी आयोग का गठन होना चाहिए। इन लोगों ने प्रदेश में आयोग गठित करने की मुहिम चलाए हुए हैं। यह लोग मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से भी मिले थे। मैं चाहता हूं कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर दोबारा सामान्य वर्ग के लोगों की मांग को सुने।