सिरमौर के किसान ने 10 गुना लहसुन उगा कर कमाए सात लाख

Spread the love

कोरोना काल में इम्युनिटी बढ़ाने वाले उत्पादों की मांग बढ़ गई है। लहसुन भी इनमें से प्रमुख है। कई किसानों ने कोरोना काल की आपदा को भी अवसर में बदल दिया। पच्छाद क्षेत्र की बागथन पंचायत के गुंदल डगालगा निवासी भूपेंद्र ठाकुर ने कोरोना काल में दस गुना पैदावार कर 10 लाख रुपये का लहसुन बेचा। उन्होंने सात लाख रुपये का शुद्ध मुनाफा कमाया। भूपेंद्र ठाकुर ने अपनी 20 बीघा जमीन पर लगभग 10 क्विंटल लहसुन का बीज लगाया था।

भूपेंद्र ठाकुर ने दस गुना पैदावार कर 10 लाख रुपये का लहसुन बेचा।

फसल तैयार करने में उन्होंने कड़ी मेहनत की। मजदूरों, पानी की सिंचाई व ऑर्गेनिक खाद आदि पर करीब तीन लाख रुपये का खर्चा भी किया। फसल तैयार होने के बाद सुखद परिणाम सामने आए। 10 क्विंटल बीज लहसुन सौ क्विंटल की फसल में तबदील हो गई। दस गुना लहसुन पैदा करने के बाद उन्होंने अपने खेतों में ही आढ़तियों के साथ इसका सौदा भी कर दिया। भूपेंद्र ने बताया कि उनका लहसुन लगभग दस लाख रुपये में बिका।


तीन लाख रुपये का खर्चा काटकर इसमें करीब सात लाख का शुद्ध मुनाफा रहा। बताया कि उनके साथ खेतीबाड़ी में पत्नी प्रेमलता ठाकुर, बेटा शिवम ठाकुर तथा उनकी माता हीरा देवी भी हाथ बंटाते हैं। उन्होंने खेतीबाड़ी में अन्य चार लोगों को भी रोजगार दिया है, जो हर फसल में उनका साथ देते हैं। इन चार लोगों को वह मासिक मेहनताना देते हैं। भूमि पर सिंचाई के लिए समर्सिबल पंप लगाया है। उनकी कुछ जमीन नदी के किनारे है।

वहां से टुल्लू पंप के माध्यम से पानी उठाकर खेतों तक पहुंचाने की व्यवस्था की गई है। गौरतलब है कि सिरमौरी लहसुन की देश ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी मांग रहती है। इन दिनों मंडियों में लहसुन 70 से 100 रुपये प्रतिकिलो के हिसाब से बिक रही है। अधिकतर किसानों ने दाम बढ़ने की आस में लहसुन को स्टोर कर लिया है। कृषि उप निदेशक पवन कुमार ने बताया कि जिले में ऐसे कई किसान है जो नकदी फसलें उगाकर लाखों कमा रहे हैं। 

 

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक