सरकाघाट,  Women Fighting With Leopard, उपमंडल धर्मपुर के लौंगणी पंचायत के हुक्कल गांव में पशुओं के लिए चारा (घास) लाने जंगल गई महिला पर तेंदुए ने हमला कर दिया। 56 वर्षीय बर्फी देवी ने जान बचाने के लिए करीब 10 मिनट तक तेंदुए का सामना किया, लेकिन हिम्मत नहीं हारी। बर्फी देवी के हाथ में दराटी थी। वह उससे तेंदुए पर वार भी करती रही और शोर भी मचाती रही। उसके चिल्लाने की आवाजें सुनकर आसपास खेतों में कार्य कर रही अन्य महिलाएं भी वहां पहुंच गई। सबने मिलकर तेंदुए को भगा दिया। तेंदुए के हमले से बर्फी देवी की बाजू व हाथ गहरा घाव हुआ है। लेकिन महिला ने हिम्‍मत नहीं हारी और तेंदुए पर लगातार वार कर उसे वहां से भागने के लिए मजबूर कर दिया। लहूलुहान बर्फी देवी को नागरिक अस्पताल सरकाघाट ले जाया गया। जहां पर उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।

वहीं, महिला पर तेंदुए के हमले के बाद आसपास के लोगों में दहशत का माहौल है। लोग घरों से बाहर निकलने में कतरा रहे हैं। लोगों को डर सता रहा है कि महिला के पलटवार से घायल तेंदुआ गुस्‍से में किसी पर भी हमला कर सकता है। ग्रामीणों ने वन विभाग ने तेंदुए को पकड़ कर दूर जंगल में छोड़ने की मांग की है।

डीएसपी सरकाघाट चंद्रपाल सिंह ने घटना की पुष्टि की। उधर डीएफओ राकेश कटोच ने कहा कि लोग सतर्क रहें। अगर जंगल की ओर जाना हो तो समूह में जाएं। विभाग जल्द ही तेंदुए को पकडऩे के लिए आगामी कार्रवाई करेगा।

बीते दिनों शिमला जिला के चौपाल में भी तेंदुए ने एक नाबालिग लड़के पर हमला कर दिया था। हमले में लड़का बुरी तरह घायल हो गया था व उसे अस्‍पताल में उपचाराधीन किया गया है। अब खेत में काम करती महिला पर तेंदुए ने हमला कर बुरी तरह घायल कर दिया। प्रदेश में लगातार जंगली जानवरों के हमलों से लोग दहशत में हैं।