जनता ने सरकार से की मांग कोरोना कर्फ्यू में 3 घंटे खुली रहे जरूरी सामान की दुकानें

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कुल्लू:

 प्रदेश सरकार ने 10 दिनों के कोरोना कर्फ्यू में जरूरी सामान की दुकानों को खुला रखने के लिए दिनभर का समय निर्धारित किया है, जिसके चलते बाजार में सोशल डिस्टेसिंग और धारा 144 का उल्लंघन हो रहा है। बाजार में जरूरी सामान की ज्यादा दुकानें खुली होने से बाजार में भीड़ हो रही है, जिससे चलते कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है। ऐसे में जनता ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि कोरोना कर्फ्यू के चलते बाजार को 3 घंटे के लिए खोला जाए, जिससे बाजार में जरूरी सामान की खरीददारी के लिए 3 घंटे निर्धारित किया जाए। जिससे कोरोना संक्रमण से जनता को बचाया जाए।

ढालपुर निवासी शशि अवस्थी ने बताया कि सरकार ने जो कोरोना कर्फ्यू लगाया है इससे हम और आम पब्लिक संतुष्ट नहीं है। ज्यादातर लोग हर रोज बाजार में रोजाना घूम रहे है और लोग खरीददारी के बहाने घर से बाहर निकल रहे है। उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि लॉक डाऊन लगाना है तो संपूर्ण बाजार बंद करें। 2,4 दुकानें खुली रखने से कोई फायदा नहीं है और हम सरकार से मांग करते है कि संपूर्ण रूप से कफ्यूं लगाया जाए। स्थानीय निवासी कृष्ण शर्मा ने बताया कि सरकार को चाहिए कि बाजार को खोलने के लिए 3 घंटे का समय निर्धारित किया जाए। जिससे जिस व्यक्ति को जरूरी सामान खरीदना है तो 3 घंटे के भीतर खरीदें और उसके बाद बाजार को बंद कर दिया जाए। जिससे कोरोना संक्रमण की चैन को तोड़ा जा सकता है। उन्होंने कहा कि कोरोना कर्फ्यू  से लोगों की आवाजाही कम हुई है लेकिन फिर भी 20 प्रतिशत लोग घूम रहे है जिससे दिनभर बाजार खुला रखने से आवाजाही को रोकन मुश्किल है।

स्थानीय निवासी घनश्याम शर्मा ने बताया कि सरकार ने कोरोना कर्फ्यू लगाया है उससे कुछ हद आवाजाही कम हुई है लेकिन फिर भी लोग एक सामान खरीदने के बहाने पूरा दिन भर बीता रहे है। ऐसे में बाजार में जरूरी सामान की दुकानें 3 घंटे से ज्यादा खुली न रहे है ऐसे में बाजार में जरूरी सामान की ज्यादा दुकानें खुली है उससे बाजार में भीड़ हो रही है, ऐसे में कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है। उन्होंने कहाकि बाजार में 60 फीट की दूरी पर 6 दुकानें खुली है। ऐसे में इतनी ज्यादा दुकानें खुली रखने का कोई औचैत्य नहीं है जिससे प्रशासन को इसको मॉनिट्रनिंग करनी चाहिए।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक