राष्ट्रपति के अभिभाषण के साथ शुरू हुआ बजट सत्र
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज बजट सत्र के अभिभाषण में कोरोना, सीमा पर तनाव समेत कई संकटों का जिक्र किया। वहीं कृषि कानूनों के समर्थन में राष्ट्रपति ने कहा कि ‘आत्मनिर्भर भारत के लिए कृषि का आत्मनिर्भर होना बहुत जरूरी है। हालांकि, राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि उनकी सरकार इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट की ओर से लिए जा रहे फैसले का सम्मान करेगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में इन कानूनों का अमलीकरण देश की सर्वोच्च अदालत ने स्थगित किया हुआ है। मेरी सरकार उच्चतम न्यायालय के निर्णय का पूरा सम्मान करते हुए उसका पालन करेगी।
इस दौरान उन्होंने 26 जनवरी को हुई हिंसा की निंदा करते हुए कहा कि पिछले दिनों हुआ तिरंगे और गणतंत्र दिवस जैसे पवित्र दिन का अपमान बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। रामनाथ कोविंद ने कहा कि जो संविधान हमें अभिव्यक्ति की आजादी का अधिकार देता है, वही संविधान हमें सिखाता है कि कानून और नियम का भी उतनी ही गंभीरता से पालन करना चाहिए।
वहीं राष्ट्रपति ने पिछले साल पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और कोरोना से छह सासदों समेत देश में अनेकों लोगों के निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके साथ ही राष्ट्रपति ने कोरोना के दौरान सरकार की उपलब्धियों का भी जिक्र किया। उन्होंने केंद्र सरकार की तमाम योजनाओं का जिक्र करते हुए बताया कि कैसे सरकार संकट के समय में देश की आम जनता के साथ खड़ी रही। इसके साथ ही उन्होंन आत्मनिर्भर भारत के मंत्र को आगे ले जाने का आवाहन भी किया।


