उद्योग मंत्री ने चम्बा जिला में हिम सुरक्षा अभियान का किया शुभारंभ
चम्बा: उद्योग, परिवहन एवं श्रम व रोजगार मंत्री विक्रम सिंह ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार कोविड-19 की वैश्विक महामारी से निपटने के लिए पूरी तरह से सजग, सतर्क और तैयार है। सभी लोगों की कोविड-19, तपेदिक, कुष्ठ रोग, शुगर, हाई ब्लड प्रेशर इत्यादि रोगों के लक्षणों के प्रति स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा घर घर जाकर मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से जानकारी एकत्रित की जा रही है। कोरोना के लक्षण पाए जाने पर सेंपल भी एकत्रित किए जाएंगे। सोमवार को चंबा में हिम सुरक्षा अभियान का शुभारंभ करते हुए उद्योग मंत्री ने कहा कि यह अभियान स्वास्थ्य विभाग, आयुर्वेद विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, पंचायती राज तथा जिला प्रशासन और अलग अलग गैर सरकारी संस्थानों के सामूहिक सहयोग से चलाया जा रहा है।
इस अभियान के लिए जिला चंबा में 600 स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की टीमें गठित की गई हैं प्रत्येक टीम में दो-दो सदस्य शामिल रहेंगे। उन्होंने कहा कि किसी को भी कोविड-19 के लक्षण जैसे नजला, जुकाम, खांसी, बुखार, स्वाद या सूंघने की शक्ति में बदलाव, सांस लेने में कठिनाई महसूस हो तो वे लोग अपनी जानकारी घर द्वार पर आने वाले स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को अवश्य बताएं तथा आवश्यकतानुसार अपनी जांच भी करवाएं। यदि किसी को ब्लड प्रेशर, शुगर, दमा इत्यादि की बीमारी है तो वे भी अपनी जानकारी अवश्य दें, ताकि ऐसे सभी लोगों की विशेष तौर पर निगरानी की जा सके। उन्होंने इस बात पर बल देते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग एक मेकैनिज्म भी तैयार करें जिसमें अन्य मूल बीमारी से ग्रस्त रोगियों का उपचार सुनिश्चित बनाया जाए।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा इस अभियान को सफल बनाने के लिए हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है। लंबे समय से कोरोना महामारी से आम जनमानस को बचाने के लिए प्रदेश सरकार भी प्रयासरत है, जिला चंबा में कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के चलते इस अभियान से जुड़े हुए लोग अच्छा कार्य कर रहे हैं। उन्होंने उपायुक्त चंबा को निर्देश देते हुए कहा की जिला चंबा में विद्युत परियोजनाओं के सीएसआर के तहत भी स्टाफ व एंबुलेंस की सहायता ली जाए। विक्रम सिंह ठाकुर ने आश्वासन देते हुए कहा कि जिले में स्वास्थ्य विभाग में रिक्त पदों को भरने का मामला भी प्रदेश सरकार के ध्यान में लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के प्रोटोकॉल की अनुपालना सुनिश्चित बनाने के लिए लोगों को नियमित तौर पर जागरूक किया जाए।