6 मुक़द्दमे चिट्टे के 3 चोरी के फिर भी बाज नहीं आया सिरमौर का आर्दश राणा

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महिला ने पुलिस को दी शिकायत में कहा कि 11 अक्तूबर को अपने कमरे से रोजेट कम्पनी में ड्युटि के लिये गई थी। कमरे मे कोई और नहीं था लेकिन जब वो वापिस आई तो उसने देखा कि लोहे की उसकी अलमारी खुली थी और लोकर भी टूटा हुआ था।  लोकर से 1 मंगल सूत्र, 2 गले में पहने के तरमोली सोना, 3 कान की बालियां 2 सैट छोटी बड़ी, 4 अंगुठियां 2 व तीन हजार रू0 कैश लेकर कोई गायब हो गया।

पुलिस ने शिकायत के बाद आसपास के सीसीटीवी फुटेज को खंगालना शुरू किया तो पता चला चैक किया गया कि आर्दश राणा पुत्र सही राम निवासी गाँव ठारू डा0 दियोठी मझगाँव तह. राजगढ जिला सिरमौर उम्र 32 साल जोकि इससे पहले भी कई चोरियो में सलिप्त रहा है वो ही इस चोरी में भी शामिल है। जिस पर पुलिस ने टीम गठन कर आरोपी की तलाश की। तफतीश मे पता चला कि आरोपी मोहाली, पंजाब में है । पुलिस टीम ने आरोपी को 23.अक्तूबर को मोहाली से गिरफ्तार किया गया। आरोपी को 9 दिन का पुलिस हिरासत रिमाण्ड मिला जिसमे उसने पुछताछ के दौरान बताया कि उसी ने इसी ने उपरोक्त चोरी की घटना को अन्जाम दिया है। यही नहीं आरोपी ने चोरी किये गये गहनो को मुथुट फाईनैन्स परवाणू में गिरवी भी रख दिया है। और उसके बदले वहां से 42 हजार रु0 का Loan भी ले लिया है। पुलिस ने गिरवी रखे गहनों को मुथुट फाईनैन्स परवाणू से बरामद कर लिया है। आरोपी ने चोरी किये गये गहनो में से एक अंगुठी धर्मपुर निवासी 34 वर्षीय मनिन्द्र उर्फ मोंटू पुत्र दिलबाग को दी है। पुलिस ने आरोपी मनिन्द्र को भी 29 अक्तूबर को गिरफ्तार कर लिया।  यही नहीं आरोपी मनिन्द्र नें इस अगुंठी को आगे अपने परिचित व्यक्ति राम शंकर को दे दिया। आरोपी मनिन्द्र का दिनांक 09 नवंबर तक न्यायिक हिरासत रिमाण्ड हासिल मिला है। इसके बाद पुलिस ने राम शंकर पुत्र रामजस निवासी पंचकुला उम्र 38 साल को आईपीसी धारा 411 में गिरफ्तार किया गया।

गौरतलब कि मुख्य आरोपी आर्दश राणा एक आदतन चोर व चिट्टे का नशेडी है जो इसके खिलाफ पहले भी 06 मुकदमे चिट्टे के और 03 मुकदमें चोरी के चले हुए है। इसके अन्य मुकदमों में भी अब जमानत रद्व करने की याचिकायें कोर्ट में डाली जा रही है । पुलिस के मुस्तैदी के चलते आरोपियों से लगभग 100 प्रतिशत की रिकवरी कर ली।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक