6 साल की उम्र में खो दिए थे पापा, अब मेजर बनी बेटी तनुजा सिंह

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जिला के पधर तहसील की तनुजा सिंह भारतीय सेना में मेजर बनी। वर्ष 2015 में तनुजा सिंह ने आई एन एच एस मुंबई में भारतीय सेना के मिलिट्री नर्सिंग सर्विस (Military Nursing Service) में बतौर लेफ्टिनेंट स्थाई कमीशन प्राप्त किया। वर्ष 2017 में तनुजा सिंह ने कैप्टन के पद पर पदोन्नति प्राप्त की। वर्ष 2021 में कैप्टन तनुजा सिंह को उत्कृष्ट सेवाओं के लिए पूर्वी कमांड जनरल ऑफिसर कमांडिंग कमेंडेशन मेडल से सम्मानित किया गया।वल्लभ राजकीय महाविद्यालय मंडी के पत्रकारिता (Journalism) एवं जनसंचार विभागाध्यक्ष फ्लाइंग ऑफिसर डॉ चमन ने जानकारी देते हुए कहा कि वर्ष 2022 में कैप्टन तनुजा को भारतीय सेना के मेजर पद पर पदोन्नति मिली। कैप्टन तनुजा को भारतीय सेना में मेजर पद मिलने पर पधर (मंडी) सहित संपूर्ण परिवार में खुशी की लहर है।

तनुजा के पिता भारतीय सेना के सिग्नल कोर में सेवाएं दे चुके थे। महज 6 साल की उम्र में तनुजा ने अपने पिता को एक दुर्घटना में खो दिया था। तनुजा की मां रेखा कुमारी ने कड़े संघर्ष व चुनौतियों के बावजूद अपने दोनों बच्चों को बेहतरीन परवरिश व उच्च शिक्षा दिलाई। मेजर तनुजा सिंह की मां ने अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा दिलाने के लिए हमीरपुर व चंडीगढ़ में नौकरी की। तनुजा के मेजर बनने पर दादा-दादी व परिवार के सदस्य बेहद खुश हैं। वर्तमान में मेजर तनुजा सिंह दिल्ली में कार्यरत है।  तनुजा ने अपनी टेन प्लस टू की शिक्षा गुरुकुल स्कूल हमीरपुर से उत्तीर्ण की। आईएनएचएस मुंबई से अपनी ग्रेजुएशन स्तर की शिक्षा प्राप्त की। तनुजा के छोटे भाई अंकुज सिंह ने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च मोहाली चंडीगढ़ से एमएससी केमिस्ट्री की पढ़ाई पूर्ण की है।  फ्लाइंग ऑफिसर डॉ चमन लाल क्रांति सिंह ने कहा- बहन रेखा देवी व तनुजा सिंह का संघर्ष समाज की नारियों व लड़कियों के लिए एक मिसाल है। मेजर तनुजा सिंह परिवार व पधर (मंडी) की पहली लड़की है, जिसने भारतीय सेना में बतौर मेजर पद पर पदोन्नति प्राप्त की है।

   

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक