535 दिन से धरने पर दृष्टिहीन संघ, मंत्री बोले एक दिन में पूरी नहीं होती मांगे
दृष्टिहीन संघ पिछले डेढ़ वर्ष से अधिक समय से शिमला में धरने पर बैठा है और बैकलॉग भर्तियों के साथ उनकी सामाजिक सुरक्षा पेंशन में बढ़ोतरी की मांग कर रहा है। सामाजिक न्याय एवं मंत्री धनीराम शांडिल ने दृष्टिहीन संघ की मांगों को लेकर अजीबोगरीब जवाब दिया है और कहा कि “Rome was not built in a Day”मांगे एक दिन या सप्ताह में पूरी नहीं होंगी। सरकार ने सभी विभागों से डेटा एकत्र किया है और चरणबद्ध तरीके से दृष्टिबाधितों की मांगों को पूरा किया जा रहा है।
धनीराम शांडिल ने कहा कि सरकार दृष्टिहीन संघ की मांगों को लेकर गंभीर है और कई बार इसको लेकर बैठकें भी हुई हैं। दृष्टिहीन संघ की मांग जायज हैं लेकिन एक दिन में सभी मांगे पूरी नहीं हो सकती। सरकार को अपनी आर्थिक स्थिति भी देखनी है। चरणबद्ध तरीके से दृष्टिबाधितों को नौकरियां दी जा रही है और अन्य मांगों को लेकर भी सरकार मंथन कर रही है।
वहीं निदेशक के व्यवहार को लेकर दृष्टिहीन संघ के आरोपों पर मंत्री धनी राम शांडिल ने अधिकारियों को नसीहत देते हुए कहा कि अधिकारियों को भी संयम और शालीनता के साथ दृष्टिहीनों से पेश आना चाहिए और उनकी मांगे सुननी चाहिए। वह भी समाज का हिस्सा है और अपना अधिकार मांगना उनका हक है जिसको लेकर वह सरकार या अधिकारी के पास नहीं जाएंगे तो किसके पास जाएंगे।