500 से ज्‍यादा साइबर ठगी कर चुके बिहार व गुजरात के शातिर चढ़े हिमाचल पुलिस के हत्‍थे, कुल्‍लू में इस तरह आए काबू में

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साइबर सेल और जिला कुल्लू पुलिस टीम ने दो कुख्‍यात साइबर अपराधी गिरफ्तार किए हैं। ये दोनों अभी तक 500 से ज्यादा लोगों को ठगी का शिकार बना चुके हैं। इनकी पहचान 23 वर्षीय अंश श्रीवास्तव निवासी वैक ऑफ स्ट्रीट मोफिया मंडी, रामानंद प्रसाद धमदीया, जंवाड़ा पटना बिहार और 23 वर्षीय मुख्य आरोपित मुकेश पटेल उर्फ मैक निवासी भावानगर तीलाखनगर, नजदीक दीपक चौक गुजरात के रूप में हुई है। पुलिस अधीक्षक कुल्लू गुरदेव शर्मा ने बताया जिला कुल्लू के जरी चौकी के तहत एक दुकान में दोनों अपराधी 30 जून को गए और वहां पर 12 हजार रुपये के कपड़े की खरीदारी की। जब पैसे देने की बारी आई तो दुकानदार को कहा कि हम पेटीएम कर देते हैं। उन्‍होंने नकली ट्रांजेक्शन दुकानदार के सामने दिखाई और कहा कि आपके खाते में हमने पैसे भेज दिए हैं। इसके बाद तुरंत गाड़ी में बैठकर वहां से मनाली के लिए रवाना हो गए।

साइबर सेल और जिला कुल्लू पुलिस टीम ने दो कुख्‍यात साइबर अपराधी गिरफ्तार किए हैं।

शाम तक जब दुकानदार के खाते में पैसे नहीं आए तो दुकानदार को शक हुआ। तीसरे दिन दुकानदार ने पुलिस चौकी ज़री में रिपोर्ट करवाई, पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर साइबर सेल को सूचित किया और साइबर सेल की टीम ने दोनों आरोपितों को मनाली से गिरफ्तार कर कुल्लू लाया।

एसपी ने बताया पूछताछ में दोनों ने कबूल किया किया है कि वह 500 से अधिक लोगों को ठगी का शिकार बना चुके हैं। इसमें गुजरात, मुंबई, दिल्ली, नोएडा, यूपी तथा हिमाचल में कई लोगों को गूगल पे, पेटीएम तथा फोन-पे और, ओएलएक्स के माध्यम से ठगी कर चुके हैं। एसपी ने बताया हिमाचल में पांच से 10 लोगों को निशाना बना चुका हैं। विशेषकर जिला शिमला में यह 15 दिन रहे हैं। ठली थाना के अंतर्गत इन्होंने कोई फ्लैट रखा था और वहां पर पांच से ज्यादा वारदात की हैं।

ठगी करने का तरीका इतना नायाब था कि पुलिस उन तक ना पहुंच पाए। इसलिए दो हजार से 20 रुपये तक की ठगी करते थे। दुकानदार भी मामला दर्ज न कर सके और पुलिस छोटी रकम समझकर मामला दर्ज न करे। इनमें से एक के खिलाफ पहले भी गुजरात में मामला दर्ज है, जिसमें वांछित चल रहा है। अब ये दोनों हिमाचल प्रदेश में लोगों को निशाना बना रहे थे। शिमला में पांच से सात घटनाएं की और अब कुल्लू, कसोल और मनाली में घटनाओं को अंजाम दे रहे थे।

गाड़ी चालकों, टैक्सी चालकों, दुकानदारों, ढाबा के मालिक हों, शराब की दुकानों में जाकर ठगी की है। होटलों में भी नकली आधार कार्ड शिवाय राय के नाम से दिया है। यह अपराधी हजार के आसपास नकली मेल आईडी बना चुके हैं तथा वर्चुअल नंबर का प्रयोग करते हैं और टेक्स्ट एप्प और बॅक एसएमएस तथा लाइन टू एप्प का प्रयोग भी करते हैं।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक