5 सितंबर को 27 शिक्षकों को मिलेगा राज्य स्तरीय शिक्षक अवार्ड

Spread the love

हिमाचल के सरकारी स्कूलों के 27 शिक्षकों को शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए 5 सितंबर को सम्मानित किया जाएगा। शिक्षा सचिव राकेश कंवर की ओर से सम्मानित किए जाने वाले शिक्षकों की फाइनल सूची जारी कर दी गई है। इस बार राज्य शिक्षक अवार्ड के लिए प्रदेश सरकार की ओर से पूरा क्राइटेरिया बदल दिया गया था।दो दिन तक सचिवालय में शिक्षा सचिव की अध्यक्षता में आवेदन करने वाले सभी शिक्षकों की प्रेजेंटेशन हुई। उसके बाद स्टेट लेवल की कमेटी द्वारा अब इन शिक्षकों के नाम फाइनल किए गए हैं। राज भवन में 5 सितंबर को 11बजे कार्यक्रम शुरू होगा जिसमें इन सभी शिक्षकों को गवर्नर द्वारा सम्मानित किया जाएगा।

राज्य शिक्षक अवार्ड पाने वाले शिक्षकों में गवर्नमेंट मिडिल स्कूल जोगिंदर नगर के प्रिंसिपल डॉ सुनील दत्त, गवर्नमेंट मिडिल स्कूल आनी के लेक्चरर कुंदन लाल, सीनियर सेकेंडरी स्कूल सराहन के लेक्चरर कॉमर्स संजय कुमार, तयूरी स्कूल के टीजीटी हरदीप सिंह, सुबाथू स्कूल के भाषा अध्यापक नरेश कुमार, सुल्तानपुर स्कूल के भाषा अध्यापक प्रेम सिंह ठाकुर, मंडी धनिगायरा स्कूल के शिक्षक हेमराज, चकमोह स्कूल के सुनील कुमार, भरंगी स्कूल की मधुबाला, गवर्नमेंट प्राइमरी स्कूल निहारी के उपेंद्र ठाकुर, गवर्नमेंट प्राइमरी स्कूल करसोग वन के सुरेंद्र कुमार और सोलन जिला के पुंज विला स्कूल के भागीरथी शर्मा को यह शिक्षक अवार्ड दिया जाना है।

साथ ही जनजातीय क्षेत्र में भी शिक्षकों को यह अवार्ड दिया जाना है जिसमे चंबा रेई स्कूल के केदारनाथ शर्मा, लाडा स्कूल के लैंग्वेज टीचर सुभाष चंद्र, जिसको स्कूल के भाषा अध्यापिका चंदन,  देवी, पांगी स्कूल के जेबीटी शिक्षक संत कुमार नेगी, ब्रिलांगी किनौर की रीता बाला को यह अवार्ड मिलेगा।

इसके साथ ही स्पेशल अवार्ड भी शिक्षकों को दिए जाने हैं जिसमें नारग स्कूल के रोहित वर्मा, मशोबरा स्कूल के दीपक शर्मा, चौपाल स्कूल की जेबीटी शिक्षिका कांता शर्मा, गानागुघाट सोलन स्कूल के पुष्पेंद्र कौशिक, चोगतली स्कूल के सुरेंद्र पुंडीर,  डायट शिमला के लेक्चर संजीव कुमार, छूवारा के हेड मास्टर उपेंद्र सिंह नेगी, इंदौर स्कूल के प्रिंसिपल मोहन शर्मा और थरोच स्कूल के प्रिंसिपल भूपेंद्र सिसोदिया को यह पुरस्कार दिया जाएगा।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक