कोरोना महामारी के कारण दुनियाभर के लाखों-करोड़ों लोगों को नौकरी छिन गई। वहीं अब एक और चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (World Economic Forum) द्वारा जारी की रिपोर्ट के अनुसार साल 2025 तक हर 10 में 6 लोगों को नौकरी जा सकती है। इसकी वजह काम में मशीनों और इंसानों द्वारा काम में लगने वाले समय को बताया जा रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना से पहले और कोरोना के दौरान मशीनों के इस्तेमाल में तेजी आई है इसके चलते ज्यादा से ज्यादा लोगों को नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, 80 प्रतिशत नई तकनीक के अनुकूल अपनी क्षमता को बढ़ा रहे हैं। ये नई टेक्नोलोजी को सीखने के प्रति आश्वस्त हैं। पिछले WEF की एक रिपोर्ट के अनुसार, मशीनों और आर्टिफिशियल इनटेलिजेंस पर बढ़ती निर्भरता ने 85 मिलियन नौकरियों के नुकसान का खतरा बढ़ा दिया है। इसी समय, 9.7 करोड़ रोजगार के सृजन की बात कही गई। बता दें कि यह 19 देशों में प्राइस वाटर हाउस कूपर कंपनी में काम करने वाले 32,000 कर्मचारियों पर किए गए सर्वे के बाद सामने आई है। जानकारी के लिए बता दे विश्व आर्थिक फोरम स्विट्ज़रलैंड में स्थित एक गैर-लाभकारी संस्था है। इसका मुख्यालय जिनेवा में है। स्विस अधिकारीयों द्वारा इसे एक निजी-सार्वजनिक सहयोग के लिए एक अंतर्राष्ट्रीय संस्था के रूप में मान्यता प्राप्त हुई है। इसका मिशन विश्व के व्यवसाय, राजनीति, शैक्षिक और अन्य क्षेत्रों में अग्रणी लोगों को एक साथ ला कर वैशविक, क्षेत्रीय और औद्योगिक दिशा तय करना है।
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