2014 से केंद्र सरकार कर रही किसानों का शोषण : सीटू

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किसानों के हितों से हो रहे खिलवाड़ के खिलाफ सीटू ने उपायुक्त कार्यालय के बाहर सोमवार को धरना प्रदर्शन किया। इस अवसर पर सीटू नेता तथा सीटू कार्यकर्ता धरना-प्रदर्शन में शामिल हुए। सभी ने किसानों के हितों में आवाज बुलंद की तथा केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। कहा गया कि केंद्र सरकार ने किसानों के साथ झूठे वायदे किए। किसानों को बरगलाने का काम केंद्र सरकार ने किया है। किसानों का कर्जा माफ करने की बात सरकार ने कही थी, लेकिन आज तक किसानों का कर्ज माफ नहीं किया गया। न्यूनतम समर्थन मूल्य किसानों को दिए जाने की बात कही गई, लेकिन आज तक न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं दिया गया। हर तरफ से किसानों को प्रताड़ित किया जा रहा है। किसानों पर आंसू गैस के गोले दागे जा रहे हैं तथा गोलियां चलाई जा रही हैं। किसानों के साथ हो रही यह बर्बरता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
सीटू के राज्य सचिव कश्मीर सिंह ने कहा कि वर्ष 2014 में भारतीय जनता पार्टी ने किसानों के साथ वादा किया था कि आपका कर्ज माफ करेंगे। आपका न्यूनतम समर्थन मूल्य स्वामीनाथन कमेटी के रिकमेंडेशन के आधार पर देंगे। मोदी सरकार बार-बार यह गारंटी दे रही थी लेकिन उसको लागू नहीं किया गया। स्वामीनाथन को तो भारत रत्न मिल गया, लेकिन किसानों को कुछ नहीं मिला। किसानों को उसके बदले आंसू गैस के गोले, डंडे मारे जा रहे हैं। इसी के चलते सीटू की तरफ से धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। मोदी सरकार की सबसे बड़ी गारंटी स्वामीनाथन के रेकमेंडेशन के आधार पर न्यूनतम समर्थन मूल्य देने की थी, जो नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बड़े उद्योगपतियों का 15 लाख करोड़ रुपए आज तक माफ कर दिया गया। दो लाख करोड़ प्रोडक्शन इंसेंटिव उनको हर साल दे रहे हैं और किसानों को कुछ नहीं दिया जा रहा। उन्होंने कहा कि एक युवक गोली से मारा गया, उसके बारे में कोई कुछ नहीं बोल रहा। यह आंदोलन किसान और मजदूर एक साथ होकर लड़ेंगे।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक