20 पोते- पोतियाँ और 22 पड़पोते- पड़पोतियाँ वाली 103 वर्षीय दादी देवकु देवी कश्यप का हुआ निधन
जहां आज के दौर में मुश्किल से लोग 70- 75 साल के जीवन का आंकड़ा ही पार कर पाते है। वहीं सोलन के साथ लगते गाँव कड़ोग की देवकु देवी कश्यप ने जीवन के 103 साल का आंकड़ा छूने के बाद इस सांसरिक लीला को अलविदा कह दिया। देवकु देवी का 2 अक्तूबर को निधन हो गया और वो अपने पीछे फलता-फूलता परिवार छोड़ गई है। दादी मां के इस परिवार में उनके 7 बेटे व दो बेटियाँ है, जबकि एक बेटी का निधन हो चुका है। उनका बेटा जैसी राम कश्यप आज भी कड़ोग पंचायत का प्रधान है। जबकि, इंका दूसरा बेटा पूरन चंद कश्यप शिक्षा विभाग से, पलक राम कश्यप हिमाचल प्रदेश सचिवालय से एडिशनल सेक्ट्री व जीत राम कश्यप डीसी ऑफिस से बतौर सुप्रीडेंट रिटायर हो चुके है। जबकि, जगत राम कश्यप पोस्ट ऑफिस में व शोभराम कश्यप पीडबल्यूडी में अपनी सेवाएँ दे रहे है। उनका सबसे छोटा बेटा किसान है व अपना व्यवसाय चला रहा है। उनकी दोनों बेटियाँ लक्ष्मी कश्यप और कौशल्या कश्यप है। देवकु देवी कश्यप के बेटे बेटियों के अलावा 7 बहूएं 20 पोते- पोतियाँ और 22 पड़पोते- पड़पोतियाँ है। हँसते खेलते इस परिवार को एक सूत्र में बांधकर रखने वाली दादी की कमी को पूरा करना मुश्किल है।