19 साल की युवती ने रची साजिश…2 गिरफ्तार, एक फरार, उद्योगपति से लूटपाट बेपर्दा….
वीरवार रात करीब आठ बजे शिमला मार्ग पर घर में घुसकर उद्योगपति से नशेडियो (Drug Addicts) ने लूटपाट की वारदात को अंजाम दिया था। वारदात में न ही हथियार और न ही वाहन का इस्तेमाल किया गया। पड़ोस में ही रहने वाली तकरीबन 19 साल की युवती ने वारदात की पटकथा (Script) लिखी थी।
चूंकि युवती उद्योगपति के पड़ोस में ही रह रही थी, लिहाजा वो आसानी से नजर रख सकती थी। ये भी पता चला है कि वारदात को अंजाम देने 20 -23 साल के युवक जैसे ही घर के भीतर दाखिल हुए तो बाहर की गतिविधियों पर आरोपी 19 साल की युवती ही नजर रख रही थी। लूटपाट (Robbery) का सामान तीन हिस्सों में बंटना था।वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी पैदल ही पहले शांति संगम पहुंचे। इस दौरान युवती उनके साथ नहीं थी। शांति संगम में लैपटॉप के अलावा एक सूटकेस को फेंक दिया था। इसके बाद आरोपी दोनों युवक पैदल ही शिमला मार्ग से डैड हाउस (Dead House) वाले रास्ते से अस्पताल राउंड (Hospital Round) पहुंचे थे। बाहर-बाहर के रास्ते का इस्तेमाल करते हुए वाल्मीकि बस्ती में अपने घर पहुंच गए। पुलिस को सीसीटीवी फुटेज की जांच में संदिग्ध वाहन की मूवमेंट भी नजर नहीं आ रही थी। इस बात को लेकर भी पुलिस स्तब्ध थी कि शहर में बंधक बनाकर इस तरह की वारदात को कैसे अंजाम दे दिया गया। शुरुआत में पुलिस का शक दिल्ली की तरफ भी घूम रहा था। क्योंकि एन के इंडस्ट्री (NK Industry) का मालिक दिल्ली का ही रहने वाला है।
पुलिस ने शांति संगम से लैपटॉप के अलावा एक सूटकेस को बरामद कर लिया है। साथ ही ये भी पता कर लिया है कि एक आरोपी द्वारा सोने की अंगूठी हरियाणा के अंबाला में किसे बेची गई थी। ऐसी भी बात सामने आ रही है कि सोने की अंगूठी के बदले चिट्टा लिया गया था। ये भी जांच में सामने आया है कि वारदात को अंजाम देने में शामिल एक आरोपी ने चिट्टा खरीदने के लिए एक बार अपनी मां की सोने की अंगूठी को भी बेच दिया था।
रविवार शाम पत्रकारों से बातचीत में डीएसपी (मुख्यालय) मीनाक्षी शाह ने बताया कि तीनों ही नशीले पदार्थों का इस्तेमाल करते हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही तीसरे आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। दो आरोपी पुलिस के गिरफ्त में है। कुल मिलाकर पुलिस की प्रारंभिक जांच में इस बात की साफ तौर पर तस्दीक हो गई है कि चिट्टा खरीदने के लिए ही वारदात को अंजाम दिया गया था। पुलिस की टीम में सहायक उपनिरीक्षक अछार सिंह, हेड कांस्टेबल रोहित व हेड कांस्टेबल, मनोज के अतिरिक्त साइबर सेल के अमरिंदर व अयूब खान शामिल थे।