108 एम्बुलेंस – एक जीवन रक्षक सेवा

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हिमाचल प्रदेश सरकार, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और मेडस्वान फाउंडेशन के बीच सार्वजनिक निजी भागीदारी के तहत हिमाचल प्रदेश राज्य में 108 एम्बुलेंस सेवाओं का सफलतापूर्वक संचालन किया जा रहा है। मेडस्वान फाउंडेशन हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा हिमाचल प्रदेश राज्य में 108 और 102 एम्बुलेंस सेवाओं के संचालन के लिए चुनी गई एजेंसी है, जिसने 15 जनवरी 2022 से राज्य में एम्बुलेंस संचालन का प्रबंधन शुरू किया है। एनएएस-108 के तहत एम्बुलेंस की मौजूदा संख्या राज्य में 254 है और पिछले लगभग 10 महीनों के संचालन में, एम्बुलेंस सेवाएं राज्य भर में 1 लाख से अधिक लोगों को आपातकालीन सेवाएं प्रदान करने में सक्षम रही हैं और बहुमूल्य मानव जीवन को बचाने में सफल रही हैं। यह एंबुलेंस स्टाफ के अथक प्रयासों के कारण ही संभव हो पाया है जो संकट में लोगों की मदद के लिए 24 x 7 उपलब्ध है एवम राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा प्रदान किए गए बहुमूल्य मार्गदर्शन के कारण। 15 जनवरी 2022 से 30 नवंबर 2022 तक 108 एम्बुलेंस सेवाओं ने राज्य भर में 1,10,214 मेडिकल आपात स्थितियों को सफलतापूर्वक संभाला है और 6576 पुलिस संबंधी आपात स्थितियों को समय पर प्रतिक्रिया प्रदान की है।

जिला सोलन में, एनएएस -108 के बेड़े के तहत 24 एम्बुलेंस कार्यरत हैं, जो अपनी सेवाएं 24×7 प्रदान करती हैं और 15 जनवरी 2022 से 30 नवंबर 2022 तक, इन एम्बुलेंसों ने जिले भर में 12,424 मेडिकल आपात स्थितियों को सफलतापूर्वक संभाला है। 108 एम्बुलेंस सेवाओं ने गर्भावस्था संबंधी आपात स्थितियों के समय पर प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और पिछले 10 महीनों के संचालन में प्रशिक्षित एम्बुलेंस कर्मचारियों द्वारा लगभग 831 प्रसव करवाये गए हैं, जिनमें से जिला सोलन में 93 प्रसव सफलतापूर्वक करवाये गए हैं।  मेडस्वान फाउंडेशन सरकार और प्रशासन के कुशल मार्गदर्शन के अंतरगत बहुमूल्य मानव जीवन को बचाने के इरादे से राज्य के लोगों को सर्वोत्तम आपातकालीन सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। हम राज्य के लोगों से अपील करते हैं कि किसी भी चिकित्सा संबंधी आपात स्थिति में "टोल फ्री 108" नंबर पर कॉल कर सेवाओं का लाभ उठाये।

 

   

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक