हिमाचल में 18 IPS अधिकारियों को पदोन्नति की सौगात, दो IG तो 3 बने DIG

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हिमाचल प्रदेश सरकार ने 18 आईपीएस अधिकारियों को पदोन्नति की सौगात दी है। इनमें दो को आईजी और तीन को पदोन्नत कर डीआईजी बनाया गया है। इसके अलावा 13 आईपीएस अधिकारियों को पे-मैट्रिक्स का तोहफा मिला है। राज्य सरकार के मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने इस सम्बंध में पांच अलग-अलग अधिसूचनाएं जारी की हैं। 

इसके मुताबिक 2005 बैच की आईपीएस अधिकारी डीआईजी उत्तरी रेंज धर्मशाला सुमेधा द्विवेदी और डीआईजी इंटेलिजेंस और सिक्योरिटी संतोष पटियाल को पदोन्नति देकर आईजी बनाया गया है। इन्हें पहली जनवरी, 2023 से आईजीपी लेवल-14 पे मैट्रिक्स 1,44,200-2,18,200 रेगुलर बेसिस पर पदोन्नति दी गई है।

एक अन्य अधिसूचना के तहत प्रदेश सरकार ने 2009 बैच के तीन आईपीएस अधिकारियों को पदोन्नति देकर डीआईजी के पद पर पदोन्नति दी है। इसमें 2009 बैच के आईपीएस अधिकारी गुरदेव चंद और विमुक्त रंजन को रेगुलर बेसिस और अनुपम शर्मा को प्रोफार्मा बेसिस पर पदोन्नति देकर डीआईजी बनाया गया है। पदोन्नत किए गए पांच आईपीएस अधिकारियों के पोस्टिंग ऑर्डर अलग से जारी किए जाएंगे।

अधिसूचना के अनुसार प्रदेश सरकार ने 13 आईपीएस अधिकारियों को पदोन्नति देकर पे-मैट्रिक्स का लाभ दिया है। इसमें 2010 बैच के पांच आईपीएस अधिकारी, 2014 बैच के चार और 2019 बैच के तीन आईपीएस अधिकारी शामिल हैं। इन आईपीएस अधिकारियों का पे-स्केल बढ़ाया गया है।

एक अन्य अधिसूचना में प्रदेश सरकार ने 2010 बैच के आईपीएस अधिकारी मोहित चावला, सौम्या सांबशिवन, राहुल नाथ, शुभरा तिवारी, रंजन चौहान का चयन पहली जनवरी 2023 से लेवल-13 पे-मैट्रिक्स 1, 23,100-2,15,900 रेगुलर बेसिस के लिए किया है।

मुख्य सचिव द्वारा जारी अधिसूचना में 2010 बैच के रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी विरेंद्र कुमार और वर्ष 2014 बैच के आईपीएस अधिकारी डॉ. कार्तिकेयन गोकुलचंद्रन, साक्षी वर्मा, डॉ. मोनिका भुटूंगरू और विरेंद्र शर्मा को आईपीएस अधिकारी से कनिष्ठ प्रशासनिक ग्रेड लेवल-12 पे-मैट्रिक्स 78,800-209200 का लाभ दिया गया है।

इसी तरह 2019 बैच के आईपीएस अधिकारी मयंक चौधरी, अभिषेक, अमित यादव को सिनियर टाईम स्कूल इन लेवल-11 पे-मैट्रिक्स 67,700-2,08,700 का लाभ दिया गया है।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक