हिमाचल में “रिवाज नहीं बदलेगा राज”, जीत की ओर बढ़ी कांग्रेस

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हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा का लोटस ऑपरेशन फेल होता नजर आ रहा है। चुनावी नतीजो के अनुसार हिमाचल में ‘रिवाज’ बदलते हुए नहीं बल्कि राज बदलते हुए दिख रहा है। रुझान के अनुसार कांग्रेस 38 से 40 सीट, बीजेपी को 25 से 27 सीट व अन्य की झोली में 3 तीन सीटे जा सकती है। कांग्रेस पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने की ओर बढ़ रही है। पार्टी ने 10 सीटों पर जीत दर्ज कर ली है, जबकि रुझानों में 27 पर आगे चल रही है।
अभी तक के नतीजों में नगरोटा बगवां से कांग्रेस प्रत्याशी आर एस बाली ने 15480 वोटों से लीड लेते हुए बड़ी जीत दर्ज की है। शाहपुर से कांग्रेस के केवल सिंह पठानिया 12000 वोटों से जीत गए है। लाहौल स्पीति में कांग्रेस प्रत्याशी रवि ठाकुर ने भाजपा प्रत्याशी राम लाल मार्कण्डे को 1676 वोटों से शिकस्त दी है। मतगणना के रुझानों में कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता आगे चल रहे हैं। इन नेताओं में पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, वरिष्ठ नेता सुधीर शर्मा और पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के पुत्र विक्रमादित्य सिंह शामिल हैं।
सीएम जयराम ठाकुर ने लगातार छठवीं बार सराज विधान सभा से 20,425 वोटों से जीत दर्ज की है। सुंदरनगर से भाजपा प्रत्याशी राकेश जंबाल ने 7000 मतों से विजयी हुए है। जबकि मंडी सीट से बीजेपी उम्मीदवार अनिल शर्मा जीत गए है। अनिल शर्मा को 27279 वोट मिले है। भाजपा 10 सीटों पर जीत दर्ज कर चुकी है, जबकि रुझानों में 17 पर आगे चल रही है। नूरपुर विधानसभा सीट से रणवीर सिंह निक्का ने जीत दर्ज की है। भाजपा प्रत्याशी रणवीर सिंह निक्का ने 18 हजार 752 मतों से जीत दर्ज की है। बल्ह विधानसभा सीट से भाजपा के इंद्र सिंह गांधी ने जीत दर्ज की है।
कांग्रेस के दो बड़े नेता कौल सिंह ठाकुर और आशा कुमारी चुनाव हार गए है।
कांगड़ा जिले की शाहपुर सीट से जयराम सरकार में मंत्री रहीं सरवीण चौधरी कांग्रेस के केवल सिंह पठानिया से चुनाव हार गईं।
जयराम सरकार में खाद्य आपूर्ति मंत्री रहे राजेंद्र गर्ग बिलासपुर जिले की घुमारवीं सीट पर 7 राउंड की काउंटिंग पूरी होने के बाद कांग्रेस के राजेश धर्माणी से 3265 वोट से पीछे चल रहे हैं।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक