हिमाचल में मानसून का कहर: 76 साल का रिकॉर्ड टूटा, कई जिलों में रेड अलर्ट जारी
हिमाचल प्रदेश में मानसून की बारिशों ने इस बार कहर मचा रखा है। प्रदेश के कई जिलों में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। मौसम विभाग ने आज भी प्रदेश के विभिन्न हिस्सों के लिए भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है।
आंकड़ों के अनुसार, इस बार अगस्त महीने में हिमाचल में 434 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। यह वर्ष 1948 के बाद दूसरी सबसे बड़ी रिकॉर्ड बारिश है। 1948 में 456 मिलीमीटर और उससे पहले 1927 में सबसे ज्यादा 542 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई थी। मौसम विभाग का कहना है कि यह नौवां मौका है जब हिमाचल में सामान्य से अधिक बारिश हुई है।
आज मौसम विभाग ने कांगड़ा, शिमला, कुल्लू, बिलासपुर, ऊना और सिरमौर जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं, 2 सितंबर को कांगड़ा, मंडी और सिरमौर जिलों के लिए रेड अलर्ट रहेगा। शिमला जिला में अब तक सामान्य से सबसे अधिक 104 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है।
मौसम विभाग के अनुसार, 7 सितंबर तक हिमाचल में मौसम खराब बना रहेगा और इस दौरान कई क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना है। अब तक इस मानसून सीजन में प्रदेश में सामान्य से 39 फ़ीसदी अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है, जबकि अगस्त माह में यह आंकड़ा सामान्य से 69 फ़ीसदी ज्यादा है।
लगातार बारिश से प्रदेशभर में भूस्खलन, सड़क अवरोध और संपत्ति के नुकसान की घटनाएं बढ़ी हैं, जिससे प्रशासन अलर्ट पर है।