Third Eye Today News

हिमाचल में दो वर्षों में HRTC के 88 बस रूट बंद, 52 नए रूट शुरू : डिप्टी CM

Spread the love

हिमाचल प्रदेश में सरकारी उपक्रम हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) बसों के कई रूट बंद हुए हैं। साथ ही नए बस रूट भी शुरू किए गए हैं। इस संबंध में विधानसभा के बजट सत्र में जानकारी सामने आई है। उपमुख्यमंत्री व परिवहन मंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने बुधवार को विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान बताया कि बीते दो वर्षों में 20 फरवरी 2025 तक हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) ने 52 नए बस रूट शुरू किए वहीं 88 बस रूटों को बंद कर दिया गया।  विधायक राकेश जम्वाल और रणधीर शर्मा द्वारा पूछे गए एक संयुक्त सवाल के लिखित जवाब में उपमुख्यमंत्री ने बताया कि यात्रियों की कम उपलब्धता और संसाधनों की कमी के चलते इन बस रूटों को बंद करना पड़ा। उन्होंने कहा कि शिमला जिले के नेरवा क्षेत्र में सबसे अधिक 15 बस रूट बंद किए गए हैं।

बंद बस रूटों पर पुनर्विचार संभव
उपमुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि यदि किसी क्षेत्र में यात्रियों की संख्या बढ़ती है और पर्याप्त संसाधन उपलब्ध होते हैं तो वहां बस सेवाओं को फिर से शुरू किया जा सकता है। हालांकि उन्होंने यह भी जानकारी दी कि जिन रूटों को बंद किया गया, उन पर स्थानीय जनता से कोई राय नहीं ली गई थी।

किन जिलों में कितने नए बस रूट शुरू हुए
परिवहन निगम द्वारा शुरू किए गए 52 नए बस रूटों में सबसे अधिक 15 रूट शिमला जिले में जोड़े गए हैं। इसके अलावा कांगड़ा में सात, कुल्लू में छह, ऊना में पांच, सोलन और चंबा में चार-चार, मंडी, बिलासपुर और सिरमौर में तीन-तीन, तथा किन्नौर और हमीरपुर में एक-एक नया बस रूट शुरू किया गया है।

 

बस सेवाओं के लिए नई खरीद
उपमुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि परिवहन निगम की बस सेवाएं अन्य सभी रूटों पर नियमित रूप से संचालित हो रही हैं। सरकार सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए निगम के बेड़े में नई बसों को खरीदने की दिशा में काम कर रही है।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक