हिमाचल-पंजाब सीमावर्ती क्षेत्र में बढ़ाई सतर्कता, 15 अगस्त तक रहेगी नाकाबंदी व गश्त
15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा फहराने को लेकर पहले मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और अब पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार को धमकी मिलने के बाद पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं। पुलिस की ओर से प्रदेश के प्रवेश क्षेत्रों एवं हिमाचल पंजाब के सीमावर्ती क्षेत्रों में एहतियातन अलर्ट जारी किया गया है। धमकी के बाद मंगलवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय धर्मशाला में एसपी कांगड़ा अतिरिक्त कार्यभार देख रहीं डीआइजी सुमेधा द्विवेदी की अध्यक्षता में पुलिस की क्राइम बैठक हुई है।
बैठक में उन्होंने मुख्य रूप से उपमंडल नूरपुर के तहत पड़ते पुलिस थानों के प्रभारी व देहरा उपमंडल के अधीन पड़ने वाले थाना प्रभारियों को निर्देश दिए कि 15 अगस्त तक सीमावर्ती क्षेत्रों में कोई वाहन गहन जांच के बिना प्रवेश न करने पाए। इसके अलावा पुलिस टीमें अधिक से अधिक समय गश्त में लगाएं। कोई भी संदिग्ध व्यक्ति लगता है तो उन्हें हल्के में न लें और तुरंत जांच करें।

धमकियों को देखते हुए ही हिमाचल-पंजाब की सीमा पर पंजाब पुलिस ने भी चौकसी बढ़ा दी है। मंगलवार को यहां राष्ट्रीय राजमार्ग 44 डमटाल के तौकी आरटीओ आफिस टोकी गांव भूर में विशेष नाकाबंदी कर पंजाब पुलिस ने वाहनों की भी जांच की। नाकों पर अचानक पुलिस की मुस्तैदी से कुछ लोग जरूर हैरान हुए। हालांकि बाद में यह जानकारी पता चली कि यह 15 अगस्त की तैयारी को लेकर मुस्तैदी की गई है।
नाका प्रभारी एसएचओ तरजिंदर सिंह ने बताया 15 अगस्त की तैयारी को लेकर पुलिस की ओर से सीमावर्ती एरिया में विशेष नाकाबंदी करके आने-जाने वालों के वाहनों की जांच की जा रही है। नाके पर सब इंस्पेक्टर जसबीर सिंह, सहायक इंस्पेक्टर रमेश कुमार, सहायक इंस्पेक्टर कुलदीप सिंह, सहायक इंस्पेक्टर अमरजीत सिंह 10 पुलिस कर्मचारियों की सहायता से आने जाने वाले वाहनों की गहन जांच कर रहे हैं।


