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हिमाचल को फिर मोदी सरकार का संबल, आपदा पुनर्वास को ₹2006.40 करोड़: अनुराग ठाकुर

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18 जून 2025, हिमाचल प्रदेश: पूर्व केंद्रीय मंत्री व हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने देवभूमि हिमाचल प्रदेश में वर्ष-2023 में आई प्राकृतिक आपदा के चलते राहत राशि के रूप में केंद्र सरकार द्वारा हिमाचल के लिए ₹2006.40 करोड़ की “पुनर्प्राप्ति और पुनर्निर्माण योजना” को मंजूरी प्रदान करने पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी एवं गृह मंत्री श्री अमित शाह जी आभार प्रकट किया है।

श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा “आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने सदा देवभूमि हिमाचल को अपना दूसरा घर माना है और हर परिस्थिति में हिमाचल के हितों की चिंता की है। वर्ष-2023 में हिमाचल ने बाढ़, भूस्खलन, बादल फटने की विकराल प्राकृतिक आपदा झेली है, मगर केंद्र सरकार राहत-पुनर्वास के लिए पग-पग पर हिमाचल के साथ खड़ी रही। आज एक बार फिर मदद के रूप में केंद्र सरकार ने हिमाचल के लिए आपदाओं के चलते राहत राशि के रूप में ₹2006.40 करोड़ की “पुनर्प्राप्ति और पुनर्निर्माण योजना” को मंजूरी प्रदान की है। यह मंज़ूरी आपदा से हुए नुक़सान की भरपाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगी। मैं इस मंज़ूरी के लिए आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी व माननीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी का हार्दिक आभार व्यक्त करता हूँ। केंद्र सरकार की यह सहायता राज्य में आपदा पीड़ितों के पुनर्वास की गति को बढ़ायेगी। देवभूमि के प्रति यह संवेदनशीलता और त्वरित समर्थन, केंद्र सरकार की जनकल्याण के प्रति दृढ़ प्रतिबद्धता का परिचायक है”

आगे बोलते हुए श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा “ हिमाचल में प्राकृतिक आपदा के दृष्टिगत पूर्व में केंद्र सरकार ने तत्काल 1782  करोड़ रुपये सहायता में प्रदान की थी, ग्रामीण सड़क योजना के अंतर्गत 2,700 किलोमीटर की 254 सड़क परियोजनाओं के लिए 2,372.59 करोड़ रुपये की मंजूरी, इसके अलावा, मनरेगा के तहत Rs. 1000 करोड़, प्रधानमंत्री आवास योजना से Rs. 200 करोड़, NDRF सेRs. 403 करोड़, SDRF से Rs. 360 करोड़ राशि दी गयी। यह वो सहायता है जो तत्काल उपलब्ध करायी गयी थी। बाद में भी केंद्र ने हिमाचल को इस आपदा से उबरने के लिए आर्थिक सहायता दी”

 

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक