हिमाचल को एड्स मुक्त राज्य बनाने की पहल
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विश्व एड्स दिवस के अवसर पर युवाओं के लिए एक जागरूकता अभियान की शुरुआत की। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे प्रयास युवाओं और समुदायों को जोड़ने में मदद करते हैं। इस अभियान के तहत एक मैराथन का आयोजन किया गया, जो कोर्ट से पीटरहॉफ तक गई। इसमें बड़ी संख्या में छात्रों और युवाओं ने भाग लिया। इस पहल का उद्देश्य एड्स मुक्त हिमाचल बनाने के लिए जन-जागरूकता बढ़ाना और सामाजिक भागीदारी को प्रोत्साहित करना था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जागरूकता और सामाजिक भागीदारी के जरिए एड्स के मामलों को खत्म करने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि आगे भी परिवारों और समुदायों को जोड़ने के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित होंगे। सुक्खू ने राज्य के आपदा राहत और पर्यटन विकास से जुड़े मुद्दों पर केंद्र सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश ने पुनर्निर्माण परियोजनाओं के लिए 2.5 बिलियन की मांग की थी, लेकिन केंद्र से कोई वित्तीय सहायता नहीं मिली।
उन्होंने बताया कि पिछले साल की आपदा से राज्य को 10 हजार करोड़ का नुकसान हुआ था, लेकिन केंद्र ने मात्र 3 हजार से 4 हजार करोड़ भी नहीं दिए।मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उन्होंने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और गजेंद्र सिंह से इस संबंध में चर्चा की है। उन्होंने केंद्र से हिमाचल को जम्मू-कश्मीर के समान सुविधाएं और फंड उपलब्ध कराने की मांग की। 11 दिसंबर को बिलासपुर में हिमाचल प्रदेश सरकार के दो साल पूरे होने के उपलक्ष्य में एक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने इसे सरकार का जश्न नहीं, बल्कि “व्यवस्था परिवर्तन” के वादे को दर्शाने का अवसर बताया। सुक्खू ने कहा कि राज्य की लंबित मांगों और फंडिंग के मुद्दों को आगामी केंद्रीय बैठक और विधानसभा सत्र में मजबूती से उठाया जाएगा।