हिमाचल के कई जिलों में दो दिन बारिश-बर्फबारी के आसार
हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी के बाद ठंड का असर और बढ़ गया है। कुल्लू और लाहौल-स्पीति में एक बार फिर शीतलहर तेज हो गई है। न्यूनतम तापमान में गिरावट के कारण लोगों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ रहा है। कुकुमसेरी व ताबो का का न्यूनतम पारा माइनस में दर्ज किया गया है। हालांकि, शिमला में रात का पारा 12.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है, जोकि पूरे प्रदेश में सबसे अधिक है। इससे पहले साल 1991 में 17 दिसंबर को शिमला का न्यूनतम पारा 13.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। आज शिमला में धूप खिलने के साथ हल्के बादल भी छाए हुए हैं
किसानों और बागवानों को बारिश की उम्मीद जगी
माैसम विभाग की ओर से आगामी दो दिनों में अच्छी बारिश-बर्फबारी का पूर्वानुमान जताया गया है। ऐसे में किसानों और बागवानों को बारिश की उम्मीद जगी है। लंबे समय से सूखे हालात के चलते फसलें प्रभावित हो रही हैं। प्रदेश के कई हिस्सों में लोग बीते कई दिनों से बारिश का इंतजार कर रहे हैं। मैदानी और निचले क्षेत्रों में कोहरे की मार से सब्जी और प्याज की फसलें जलने लगी हैं, जिससे किसानों की चिंता बढ़ गई है।
इन भागों में बारिश-बर्फबारी की संभावना
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से राज्य के मध्य व उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में 20 और 21 दिसंबर को बारिश और बर्फबारी का पूर्वानुमान है। विभाग के अनुसार चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, किन्नाैर व लाहाैल-स्पीति जिले में बारिश-बर्फबारी के आसार हैं। उधर, बिलासपुर, सिरमौर और मंडी जिलों में घने कोहरे ने जनजीवन प्रभावित कर दिया है। जलाशयों और निचले इलाकों में सुबह और शाम के समय दृश्यता बेहद कम रहने से सड़कों पर वाहनों की रफ्तार तक थम रही है। कई स्थानों पर वाहन रेंग-रेंगकर चल रहे हैं। 19 व 20 दिसंबर को भी जलाशयों से सटे जिलों में सुबह और शाम को कोहरा छाए रहने का येलो अलर्ट जारी हुआ है। 22 से 25 दिसंबर तक पूरे प्रदेश में माैसम साफ रहने का पूर्वानुमान है।
