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हिमाचल: उप मुख्यमंत्री को दिए विभागों से ‘हैवीवेट’ महकमे दिए जाएंगे मंत्रियों को

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हिमाचल प्रदेश के उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री को दिए गए विभागों से हैवीवेट महकमे मंत्रियों को दिए जाएंगे। सुखविंद्र सिंह सुक्खू सरकार ने लोक निर्माण विभाग, उद्योग, कर एवं कराधान, ऊर्जा, वन, शहरी विकास विभाग जैसे बड़े महकमे स्टैंडबाई रखे हैं और फिलहाल इन्हें सीएम देख रहे हैं। इन महकमों को कैबिनेट मंत्रियों को दिया जाना है। सरकार ने मंगलवार देर रात को पोर्टफोलियो का आवंटन किया है। मुख्यमंत्री ने वित्त, गृह, कार्मिक, योजना, प्रशासनिक सुधार आदि विभाग अपने पास रखे हैं, जबकि उप मुख्यमंत्री को जल शक्ति, परिवहन और भाषा एवं संस्कृति विभाग दिए गए हैं। जब तक मंत्री फाइनल नहीं हो जाते, तब तक मुख्यमंत्री खुद इन विभागों का कामकाज देखेंगे। हालांकि मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सभी विभागों के  विकास कार्यों पर निगरानी रखेंगे। राज्य मंत्रिमंडल का गठन 17 दिसंबर तक होने की संभावना है। इसमें 10 मंत्री बनाए जाने हैं।

जिला शिमला और कांगड़ा में मंत्रियों को लेकर पेच फंसा हुआ है। दोनों जिलों में मंत्रियों को लेकर स्थिति साफ नहीं हो पा रही है। सूत्र बताते हैं कि जिस दिन मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री का शपथ समारोह था, उस दिन दो से पांच मंत्रियों को भी शपथ दिलाई जानी थी। सरकारी अमला इसको लेकर तैयारियों में जुटा था, लेकिन सुबह अधिकारियों को सूचित किया गया कि ऐतिहासिक रिज मैदान पर मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री की ही शपथ होगी। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू 15 दिसंबर रात को प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला की डिनर डिप्लोमेसी में संभावित मंत्रियों के नामों पर चर्चा करेंगे। 16 दिसंबर को भारत जोड़ो यात्रा के 100वें दिन मुख्यमंत्री और पार्टी प्रभारी राजीव शुक्ला प्रियंका गांधी से नामों पर चर्चा करेंगे। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि 17 दिसंबर तक मंत्री की नामों की सूची फाइनल कर दी जाएगी।  

   

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक