वीरभद्र सिंह के सबसे करीबी; हर्ष महाजन बने बीजेपी कोर ग्रुप के सदस्य
हिमाचल विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए हर्ष महाजन को बीजेपी कोर ग्रुप का सदस्य बनाया गया है. यह नियुक्ति बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने की है. कहते हैं कि राजनीति अनिश्चितताओं का खेल है. यहां कब क्या हो जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता. हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस का दामन छोड़ भाजपा में शामिल हुए हर्ष महाजन (Harsh Mahajan BJP) को बड़ी जिम्मेदारी मिली है. हर्ष महाजन को बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा (JP Nadda) ने हिमाचल बीजेपी कोर ग्रुप का सदस्य नियुक्त कर दिया है. हिमाचल बीजेपी कोर ग्रुप Himachal BJP Core Group) की बैठक हमीरपुर में 12 जून को प्रस्तावित है. इससे पहले नड्डा ने यह अहम फैसला किया है. हर्ष महाजन पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के सबसे करीबी माने जाते रहे. उन्हें वीरभद्र सिंह (Virbhadra Singh) का सिपह-सालार भी कहा जाता रहा है.
चुनावी राजनीति से दूर हो चुके हर्ष महाजन को विधानसभा चुनाव से पहले हिमाचल कांग्रेस में कार्यकारी अध्यक्ष की जिम्मेदारी मिली. इसके बाद एक दिन अचानक हर्ष महाजन दिल्ली पहुंचे और 28 सितंबर, 2022 को उन्होंने भाजपा का साथ चुन लिया. कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष के पार्टी छोड़ घर जाने के फैसले से हिमाचल प्रदेश की राजनीति में उथल-पुथल मच गई. हर्ष महाजन ने दिल्ली में एक ऐसा बयान भी दिया था जिसकी चर्चा पूरे विधानसभा चुनाव के दौरान होती रही. हर्ष महाजन ने भाजपा का साथ थामते हुए कहा था कि हिमाचल कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष के ऑफिस में कोई कुत्ता तक मिलने के लिए नहीं आता. इसे कांग्रेस के लिए एक बड़े झटके के रूप में देखा गया. लेकिन, राजनीतिक रणनीतिकार हर्ष महाजन भाजपा को कोई खास फायदा नहीं दिला सके और हिमाचल विधानसभा चुनाव में भाजपा की करारी हार हुई. इसी तरह एक अन्य कार्यकारी अध्यक्ष पवन काजल भी कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हो गए थे. पवन काजल को कांगड़ा से भाजपा ने प्रत्याशी बनाया और वे जीतकर विधानसभा पहुंचे.

