हरियाणा में ब्लैक फंगस के 40 केस, सरकार ने घोषित किया ‘नोटिफाइड बीमारी’

Spread the love

हरियाणा में राज्य सरकार ने ब्लैक फंगस को अधिसूचित बीमारी घोषित किया है।  इस फैसले के बाद ब्लैक फंगस के हर एक मामले के बारे में सीएमओ को जानकारी देनी होगी। हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने आज कहा कि राज्य में डॉक्टरों को ब्लैक फंगस का केस सामने आने पर जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को रिपोर्ट करना आवश्यक है।  विज ने आज एक ट्वीट में कहा, “हरियाणा में ब्लैक फंगस को अधिसूचित रोग घोषित किया गया है।  अब, किसी भी ब्लैक फंगस मामले का पता चलने पर डॉक्टर जिले के सीएमओ को रिपोर्ट करेंगे। “

उन्होंने रोहतक के पंडित भागवत दयाल शर्मा पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज का जिक्र करते हुए कहा, ‘पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट रोहतक के सीनियर डॉक्टर्स कोरोना से निपटने वाले राज्य के सभी डॉक्टरों से इसके इलाज को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंस करेंगे।

बता दें कि किसी भी बीमारी को अधिसूचित करने से संबंधित बीमारी के बारे में सूचनाओं को एकत्रित करने में आसानी हो जाती है।  साथ ही अधिकारियों को रोग की निगरानी करने और प्रारंभिक चेतावनियां सेट करने में मदद मिलती है।


भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद ने बताया कि म्यूकोर्मिकोसिस या “ब्लैक फंगस” मुख्य रूप से उन लोगों को होता है जो अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से लड़ रहे होते हैं । यह मरीज की प्रतिरक्षा प्रणाली कम कर देता है ।   मौजूदा वक्त में भारत में COVID-19 महामारी ने ब्लैक फंगस को एक खतरनाक बीमारी का रूप दे दिया है ।  यहां तक ​​कि इसकी चपेट में आकर कुछ लोगों की जान भी चली गई है ।

मल्टीडिसिप्लिनरी डिजिटल पब्लिशिंग इंस्टीट्यूट द्वारा जारी एक शोध पत्र के अनुसार भारत में यह कब पाया गया, इसके बारे में सटीक जानकारी नहीं मिल सकी है, लेकिन सामान्य परिस्थितियों में भी देश में इसकी व्यापकता लगभग 70 गुना अधिक होने का अनुमान है।  हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी शैलजा ने कल कहा था कि पिछले कुछ दिनों में हरियाणा में ब्लैक फंगस बीमारी के 40 से अधिक मामले सामने आए हैं।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक