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स्वास्थ्य मंत्री धनी राम शांडिल्य रहे ग्रीष्मोत्सव अंतिम सांस्कृतिक संध्या के मुख्य अतिथि

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ठोडो मैदान सोलन में रविवार की शाम का दृश्य मंत्रमुग्ध कर देने वाला था। मंच पर जहां युवाओं का आत्मविश्वास और सौंदर्य बिखर रहा था, वहीं मैदान में हजारों दर्शकों की तालियों से गूंज रही थी हिमाचल की लोकधुन। अवसर था, हिम फ्रेंड्स क्लब द्वारा आयोजित 19वें ग्रीष्मोत्सव 2025 की अंतिम सांस्कृतिक संध्या का,   हिमाचली लोकगायक AC भारद्वाज की लाइव प्रस्तुति।

AC भारद्वाज ने छेड़े दिल के तार, दर्शक हुए भावविभोर

लोकगायक AC भारद्वाज की प्रस्तुति ने ठोडो मैदान में जैसे जादू बिखेर दिया। उन्होंने एक के बाद एक कई हिट मूल पहाड़ी गीतों की प्रस्तुति दी जो युवाओं के बीच पहले ही सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर चुके हैं। उनके गाए प्रमुख गीतों में शामिल रहे:
“झुरिये रे ता बिन लगदा नी दिल” – विरह और प्रेम का क्लासिक गीत
“झूठा है ये ग़ुस्सा तेरा, सच्चा नहीं” – रिलेशनशिप की सच्चाइयों पर आधारित गीत
“फोक नोट” – पारंपरिक और आधुनिक का अद्भुत मेल
“बांकी पहाड़न” – पहाड़ी महिलाओं की जीवंतता का प्रतीक
“डोलमा किनौरी ” – किन्नौर क्षेत्र की सांस्कृतिक झलक
“कांची रे कांची” – हिमाचल के लोक-त्योहारों पर आधारित मधुर गीत
उनकी आवाज़, प्रस्तुति और मंच उपस्थिति ने दर्शकों को बांधकर रखा। युवा दर्शकों ने उनके साथ गीतों पर थिरकते हुए सोशल मीडिया पर लाइव स्टोरीज़ और रील्स साझा कीं।प्रतियोगिता में 30 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया और कई राउंड्स में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया, जिनमें कैटवॉक, प्रश्नोत्तर, और टैलेंट राउंड शामिल थे। निर्णायकों की टीम में स्थानीय फैशन विशेषज्ञ, कोरियोग्राफर और कला क्षेत्र से जुड़े लोग शामिल थे।
विजेताओं को ट्रॉफी, प्रमाण पत्र और गिफ्ट हैंपर्स प्रदान किए गए।

हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्री धनी राम शांडिल्य ने विजेताओं को बधाई दी और कहा,
“आज के इस मंच से यह स्पष्ट है कि हिमाचल की युवा पीढ़ी न केवल आत्मविश्वासी है बल्कि अपनी संस्कृति से भी जुड़ी हुई है। ऐसे आयोजनों से न केवल प्रतिभाओं को मौका मिलता है, बल्कि पर्यटन और संस्कृति को भी बढ़ावा मिलता है।”

हिम फ्रेंड्स क्लब के अध्यक्ष श्री विशाल वर्मा ने बताया कि ग्रीष्मोत्सव का यह 19वां वर्ष है।
“यह आयोजन सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि हमारी विरासत, सांस्कृतिक पहचान और सामाजिक जुड़ाव का प्रतीक है। हम हर वर्ष नए आयाम जोड़ते हैं – चाहे वो पहाड़ी संगीत हो, लोकनृत्य, या युवा टैलेंट की पहचान। यह पर्व अब सोलन की आत्मा बन चुका है।”
उन्होंने सभी दर्शकों, प्रशासनिक सहयोगियों, मीडिया, प्रायोजकों और स्वयंसेवकों का धन्यवाद भी दिया।

अंत में, समूह फोटो, विजेताओं की प्रेस मीट और दर्शकों के साथ एसी भारद्वाज की सेल्फियों ने कार्यक्रम को यादगार बना दिया।
हिम फ्रेंड्स क्लब अगले साल ग्रीष्मोत्सव 2026 को और अधिक भव्य और समावेशी बनाने की तैयारी में जुट गया है।

 

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक