स्वास्थ्य उप केंद्र डुब्लू पर तीन साल से लटका ताला,लोग परेशान

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स्वास्थ्य उप केंद्र डुब्लू पर तीन साल से लटका ताला,लोग परेशान
स्वास्थ्य उप केंद्र डुब्लू पर तीन साल से लटका ताला,लोग परेशान

शिमला-स्वास्थ्य उप केंद्र डुब्लू में पिछले तीन वर्ष से कोई भी कर्मचारी न होने से ताला लटका हुआ है। विभाग द्वारा साल में कभी कभार टीके लगाने के लिए किसी अन्य सब सैंटर से कर्मचारी को थोड़ी देर के लिए भेजा जाता है । इस क्षेत्र के सैंकड़ों लोगों को छुटपुट बिमारी के इलाज के लिए चायल अथवा सोलन जाना पड़ता है जिससे लोगों की समय और धन की बर्बादी हो रही है । सरकार के घरद्वार पर बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के खोखले दावे की तस्वीर इस पंचायत में प्रत्यक्ष रूप से देखने को मिल रही है । जबकि पूर्व सरकार के कार्यकाल में करीब तीस लाख से स्वास्थ्य उप केंद्र का भवन बना है जिसमें कर्मचारी के लिए आवास की सुविधा भी उपलब्ध है।


 क्षेत्र के वरिष्ठ नागरिक विश्वानंद ठाकुर का कहना है कि बलोग पंचायत में वर्तमान में स्वास्थ्य सेवाएं बिल्कुल ठप्प पड़ी है  । करीब अढाई हजार की आबादी वाली इस पंचायत में यदि कोई घटना घट जाती है तो लोगों को प्राथमिक उपचार सुविधा भी नसीब नहीं होती है । इनका कहना है कि स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर इस पंचायत में स्वास्थ्य उप केंद्र के अतिरिक्त  एक आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी बलोग में है ।  जिसमें पिछले करीब चार साल से चिकित्सक न होने के कारण इसका संचालन चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी द्वारा किया जा रहा है । बता दें कि इस आयुर्वेदिक औषधालय में एक फार्मासिस्ट  द्वारा करीब तीन महीने पहले ज्वायन किया ही था कि सरकार द्वारा उनकी कोरोना डियूटी किसी ओर स्थान लगा दी गई ।
पंचायत के उप प्रधान पूरण दत ने बताया कि पंचायत द्वारा सरकार  और विभाग को अनेकों बार लिखित रूप में दिया गया है परंतु विभाग को इस क्षेत्र के लोगों के स्वास्थ्य की कोई चिंता नहीं है । बीएमओ मशोबरा राकेश गोयल का कहना है कि एचएससी में कर्मचारी भरने के लिए पत्राचार किया गया है । इसी प्रकार जिला आयुर्वेद अधिकारी शिमला डॉ0 केडी शर्मा ने बताया कि बलोग डिस्पेंसरी में शीघ्र ही फार्मासिस्ट को वापिस भेज दिया जाएगा ।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक