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स्ट्रांग रूम में पोल्ड ईवीएम के लिए सीसीटीवी और त्रिआयामी सुरक्षा व्यवस्था -डीसी राणा

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उपायुक्त एवं ज़िला निर्वाचन अधिकारी डीसी राणा ने जानकारी देते हुए बताया कि विधानसभा  निर्वाचन- 2022 के तहत  ज़िला के सभी  विधानसभा क्षेत्रों की पोल्ड  ईवीएम  (मतदान के पश्चात)   को    राजकीय सहस्त्राब्दी बहुतकनीकी संस्थान में  स्थापित स्ट्रांग रूम में भारतीय निर्वाचन आयोग द्वारा जारी मानक प्रक्रिया के अनुसार  लगातार सीसीटीवी  निगरानी और त्रिआयामी सुरक्षा व्यवस्था के साथ रखा गया है । डीसी राणा ने बताया कि  पहले सुरक्षा घेरे के तहत जिला पुलिस, द्वितीय सुरक्षा घेरे में राज्य सशस्त्र पुलिस बटालियन और तृतीय  सुरक्षा घेरे में केंद्रीय  सशस्त्र सुरक्षा बल  की तैनाती की गई है । सुरक्षा व्यवस्था को पूर्ण रूप से पुख्ता बनाने के लिए 200 से अधिक पुलिस जवानों को तैनात किया गया है । चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित बनाने को लेकर  भारतीय निर्वाचन आयोग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित बनाया जा रहा है । स्ट्रांग रूम के निरीक्षण   से संबंधित  प्रक्रिया को संबंधित निर्वाचन अधिकारियों, वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों सहित   स्वयं  उनके द्वारा भी सुनिश्चित बनाई जा रही है । उन्होंने बताया कि  कोई भी प्रत्याशी  या उनके द्वारा नियुक्त प्रतिनिधि राजकीय सहस्त्राब्दी बहुतकनीकी संस्थान में  स्थापित स्ट्रांग रूम  के सीसीटीवी की फुटेज को देख सकता है । स्ट्रांग रूम के सीसीटीवी फुटेज की उचित  निगरानी के लिए  एक अतिरिक्त कक्ष स्थापित किया गया है । इस कक्ष में  राजपत्रित अधिकारी 24 घंटे निगरानी के लिए नियुक्त किया गया है । 

उपायुक्त एवं ज़िला निर्वाचन अधिकारी  ने यह भी बताया कि मतगणना को लेकर सभी आवश्यक व्यवस्थाओं को पूरा कर लिया गया है । मतगणना परिसर के  भीतर अनाधिकृत व्यक्तियों के प्रवेश को पूर्ण रूप से प्रतिबंधित किया जाएगा। मतगणना परिसर के चारों ओर  निर्धारित परिधि  के भीतर लोगों की आवाजाही को पूर्ण रूप से प्रतिबंधित करने के लिए क्षेत्र को सीमांकित  भी किया जाएगा। इसके साथ  परिधि के भीतर किसी भी अनाधिकृत वाहन को अनुमति नहीं दी जाएगी। इस सीमांकित क्षेत्र की उचित बैरिकेडिंग व्यवस्था  सुनिश्चित बनाई जाएगी । 

   

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक