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सोलन में भारतीय भाषाओं में प्रशिक्षण के लिए आवेदन आमंत्रित, 31 मई अंतिम तिथि निर्धारित

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भारतीय भाषा संस्थान, मैसूर द्वारा भारतीय भाषाओं में भाषा शिक्षा में प्रशिक्षण पाठ्यक्रम के लिए आवेदन पत्र आमंत्रित किए हैं। यह जानकारी उर्दू शिक्षण तथा अनुसंधान केन्द्र के प्राचार्य प्रभारी तारिक़ खान ने दी।


उन्होंने कहा कि पाठ्यक्रम में भारत सरकार की आरक्षण नीति के अनुसार विभिन्न वर्गों के लिए आरक्षण का प्रावधान है। सोलन स्थित संस्थान में उर्दू भाषा में 10 माह का प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है।

उन्होंने कहा कि इस पाठ्यक्रम के लिए वही उम्मीदवार आवेदन कर सकेंगे जिन्होंने संस्थान के किसी भी क्षेत्रीय भाषा केन्द्र से प्रशिक्षण प्राप्त न किया हो। उन्होंने कहा कि आवेदक उस भाषा के लिए आवेदन न करें जिसे वो पहले से जानते हों।तारिक़ खान ने कहा कि पाठ्यक्रम के लिए उम्मीदवार का स्नातक होना अनिवार्य है।


उन्होंने कहा कि संस्थान में अधिकांश सीटें ऐसे अध्यापकों के लिए आरक्षित हैं, जो सरकारी अथवा सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों में छठी से दसवी कक्षा को पढ़ाते हों। अध्यापकों के पास न्यूनतम 03 वर्षों का पढ़ाने का अनुभव होना चाहिए। उन्होंने कहा कि चयनित अध्यापकों को अंतिम वेतन प्रमाण पत्र के आधार पर प्रतिमाह वेतन दिया जाएगा। उन्हें इसके साथ प्रतिमाह 800 रुपये वृत्ति भी प्रदान की जाएगी। बी.एड., एम.एड. उर्त्तीण उम्मीदवारों को चयन के उपरांत 05 हजार रुपये प्रतिमाह वेतन तथा 800 रुपये वृत्ति और स्नातक उम्मीदवारों को 800 रुपये प्रतिमाह वृत्ति प्रदान की जाएगी।

उन्होंने कहा कि आवेदन के लिए संस्थान की वेबसाइट www.ciil.org     से आवेदन पत्र डाउनलोड करें तथा आवश्यक प्रमाणपत्रों की प्रतिलिपि सहित 150 रुपये का बैंक ड्राफ्ट  “MHRD HIGHER CAS CLG”  के नाम पर बनवा कर निदेशक भारतीय भाषा संस्थान, मानस गंगोत्री मैसूर-570006 पर डाक से भेजें। यह ड्राफ्ट का भुगतान नई दिल्ली में होना चाहिए। आवेदन पत्र भेजने की अंतिम तिथि 31 मई, 2022 निर्धारित की गई है।

अधिक जानकारी के लिए उर्दू शिक्षण तथा अनुसंधान केन्द्र, सपरुन, सोलन के दूरभाष नम्बर 01792-293224 या 01792-223424 पर संपर्क करें।

 

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक