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सोलन जिला भाजपा का अध्यक्ष एक बार फिर रतन सिंह पाल को चुना गया

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सोलन जिला भाजपा का अध्यक्ष एक बार फिर रतन सिंह पाल को चुना गया है। इससे पहले भी उनके पास ही यह जिम्मेदारी थी। शनिवार को कार्यकर्ताओं के साथ हुई जिला प्रभारी बिहारी लाल शर्मा की बैठक के बाद ही उनका नाम तय हो गया था। रविवार को उनके नाम की घोषणा की गई। रतन पाल के साथ अध्यक्ष पद के लिए पर्यवेक्षकों के पास प्रदेश उपाध्यक्ष व पूर्व मंत्री डॉ. राजीव सैजल, नंदराम कश्यप, श्रवण चंदेल व डेजी ठाकुर का नाम गया था। रायशुमारी लेने के बाद इस अहम पद पर रतन पाल की ताजपोशी की गई है।


रतन पाल के अध्यक्ष चुने जाने के बाद कार्यकर्ताओं ने उन्हें फूल मालाओं से लाद दिया और आतिशबाजी की। इसके बाद उन्हें खुली जीप में बिठाकर रैली निकाली गई और उन्होंने शूलिनी माता मंदिर में जाकर शीश नवाया।
इस मौके पर नव निर्वाचित जिला अध्यक्ष रतन पाल ने कहा कि मुझे दूसरी बार संगठन ने जिला अध्यक्ष की जिम्मेदारी दिए हैं चुनौतियां बहुत है, लेकिन सबके साथ मिलकर उनसे पर पाया जाएगा। पिछले लोकसभा चुनाव में जिला से 55 हजार मतों की लीड भाजपा को मिली है। सभी जिला अध्यक्षों की नियुक्ति के बाद बचे हुए मंडल अध्यक्षों का चुनाव भी पूरा कर लिया जाएगा। इस मौके पर जिला प्रभारी बिहारी लाल शर्मा ने कहा कि अभी भाजपा में सदस्यता महापर्व चल रहा है। इसी पर्व के तहत रविवार को सोलन जिला के अध्यक्ष पद का चुनाव किया गया है। रतन पाल को अगले 3 वर्ष के लिए जिला अध्यक्ष चुना गया है। मुझे उम्मीद है कि आने वाले 3 साल तक रतन पाल के नेतृत्व में भाजपा जिला में और मजबूत होगी।


इसी तरह प्रदेश के आठ जिलों के अध्यक्षों का चुनाव भी हो रहा है।
शनिवार को हो गया था नाम तय
रतनपाल का नाम जिला अध्यक्ष के तौर पर शनिवार को हुई बैठक में ही तय हो गया था। अधिकांश नेताओं ने रतन पाल को दोबारा मौका दिए जाने की पैरवी की थी।

बैठक में पूर्व मंत्री डा. सैजल समेत सभी पूर्व विधायक व मंडलों के अध्यक्ष व अन्य पदाधिकारियों ने फीडबैक दिया था। उनका फिर से अध्यक्ष बना इसलिए भी तय माना जा रहा था क्योंकि उनका कार्यकाल अभी डेढ़ साल का ही हुआ था। नेताओं का मानना था कि उन्हें भी पूरा कार्यकाल दिया जाना चाहिए।

Vishal Verma

20 वर्षों के अनुभव के बाद एक सपना अपना नाम अपना काम । कभी पीटीसी चैनल से शुरू किया काम, मोबाईल से text message के जरिये खबर भेजना उसके बाद प्रिंट मीडिया में काम करना। कभी उतार-चड़ाव के दौर फिर खबरें अभी तक तो कभी सूर्या चैनल के साथ काम करना। अभी भी उसके लिए काम करना लेकिन अपने साथियों के साथ third eye today की शुरुआत जिसमें जो सही लगे वो लिखना कोई दवाब नहीं जो सही वो दर्शकों तक