जिला अब कोरोना फ्री हो गया है। पिछले 16 दिनों के अंदर जिले में कोई कोरोना वायरस का पॉजिटिव मामला नहीं आया है। जिला के 9 कोरोना पॉजिटिव मामले इलाज के बाद नेगेटिव हो गए हैं। फिलहाल जिला में कोई कोरोना पॉजिटिव का सक्रिय मामला नहीं रह गया है। रविवार को 38 सैंपलों की रिपोर्ट भी नेगेटिव आई है। सोलन जिला में कोविड-19 के अब तक करीब 900 सैंपलों के टैस्ट किए गए हैं जो प्रदेश में सबसे ज्यादा हैं। पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुए जिलाधीश सोलन केसी चमन ने कहा कि लोगों को इसी तरह सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा साथ ही बिना मास्क पहने घर से बाहर नहीं निकलेगा। यदि कोई बिना मास्क पहने बाहर निकला तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि पिछले 32 दिनों में जिला में 5,68,235 लोगों को खाना खिलाया गया। जबकि भाेजन सामग्री की 32, 299 किट्स लोगों में वितरित की गई हैं। अब सभी पंचायतों व नगर परिषदों की जिम्मेदारी बढ़ गई है क्योंकि इंटर डिस्ट्रक्ट सीमाएं खुल रही हैं ऐसे में जन प्रतिनिधियों की जिम्मेदारी होगी कि अपने यहां आने वालों की जानकारी प्रशासन से साझा करे। लोकेशन में अकेली दुकानें खुल सकेंगी डीसी ने स्पष्ट किया कि ग्रामीण क्षेत्रों में हेयर कटिंग, जिम और सैलून काे छोड़कर सभी तरह की दुकानें कर्फ्यू में छूट के समय खुल सकेंगी। इसके अलावा शहरी क्षेत्रों में किसी भी लोकेशन में यदि एक ही दुकान हो तो वह खुल सकेगी। शहर में बाजार नहीं खुलेगा। किसानों को अपनी फसल मंडी तक पहुंचाने के लिए कर्फ्यू पास की जरूरत नहीं होगी। कंडाघाट ब्लॉक में फूलों की खेती हुई बर्बाद जिला में फसलों को मंडी तक पहुंचाने के पूरे इंतजाम किए गए हैं। मटर और अन्य फसलें मंडी तक पहुंची हैं। कंडाघाट ब्लॉक में फूलों की फसल पूरी तरह बर्बाद हुई है। यहां का फूल दिल्ली जाता था, लॉकडाउन और होटल, रेस्तरां बंद होने के कारण फूलों की फसल बर्बाद हो गई। 366 स्टूडेंट्स आए हैं बाहरी राज्य से जिला प्रशासन के मुताबिक दाे दिन में अभी तक 366 स्टूडेंट्स बाहरी राज्यों से यहां लाए गए हैं। यहां पर इनका मेडिकल किया जा रहा है। इसके बाद इन्हें संबंधित जिला को भेजा जाएगा। वहां का जिला प्रशासन इन्हें निगरानी में रखेगा। इन लोगों को हाेम क्वारंटाइन में रहना होगा। अब तक चंडीगढ़ से करीब 250, कोटा से 37, समेत अन्य राज्यों से छात्रों को यहां पहुंचाया गया है।