सोलन के बजरोल क्षेत्र में लगा कूड़े का ढेर, कुछ युवाओं ने की सफाई
सोलन प्रशासन पर जतायीं गहरी नाराजगी
सोलन के बजड़ोल गांव में गंदगी का बहुत बुरा आलम है, गांव वासियों की ये सबसे बड़ी समस्या बन चुकी है। अभी तक सोलन परिषद् व् ग्राम पंचायत सेरी द्वारा इसके लिए कोई उचित कदम नहीं उठाया गया है। बजरोल निवासी दिशांत वर्मा व वीर बहादुर दोनों ने मिलकर ये फैसला किया कि वे खुद ही इस जगह की सफाई करेंगे। दिशांत वर्मा का कहना है कि हम ये फैसला तो कर चुके थे यहाँ साफ़ सफाई करनी है लेकिन इस कार्य के लिए हम दो ही काफी नहीं थे तो हमने हमारे साथ ऑफिस के colleagues से इस कार्य के लिए सहायता मांगी तो वो फ़ौरन तैयार हो गए, और उन्ही लोगो की सहायता के द्वारा ही हम लोग इस इलाके को साफ़ करने में सफल हो पाए है, हालाँकि समय के और लोगों के आभाव के चलते सफाई कार्य पूर्ण रूप से तो नहीं हो पाया लेकिन जितना हमसे व हमारे साथियों द्वारा हो पाया उतना हम उस जगह को साफ करने में कामयाब हो पाए हैं और वे राजेश, सपना, किरण व् सानू का इस कार्य में सहयोग के लिए बहुत धन्यवाद देते है।
उनका कहना है कि हर रोज सुबह नगर परिषद की कूड़ा उठाने वाली गाड़ी यहाँ से होकर गुजरती है, लेकिन वो भी इस की तरफ कोई ध्यान नहीं देते और न ही इस कूड़े को उठाने की कोशिश करते है। नगर परिषद् तो सोलन शहर को साफ़ रखने में भी कही न कही नाकामयाब सी दिखती है तो फिर ये इलाका सोलन से बहार है। जब से सोलन व् आस पास के इलाकों से डस्टबिन हटाए गए है तब से सफाई व्यवस्था चरमरा गयी है डस्टबिन ना होने के कारण से राह चलते लोगों को भी दिक्क्तों का सामना करना पड़ता है उन्हें कूड़ा फेंकने को डस्टबिन दिखाई नहीं देते जिस कारण वे कचरा हर कही फेंक देते है और शहर व् आस पास के इलाकों में कचरे के ढेर नजर आते है।
दिशांत व वीर कहना है वे नगर परिषद् व् ग्राम पंचायत सेरी यही अनुरोध करते है की इस इलाके में वे एक उचित रूप से एक डस्टबिन को वह लगाए ताकि बजरोल वासी व राह चलते लोग उसमे कूड़ा डाल सके और उस डस्टबिन को समय समय पर खाली करवाने की जिम्मेवारी भी लें। हम शहर के लोगों से भी आग्रह करते हैं के अपने आस पास के इलाकों में साफ़ सफाई रखें क्योंकि ये हमारे लिए और हमारे बच्चों के लिए ही फायदेमंद है ।