सोलन की जामा मस्जिद में ईद की नमाज अदा, भाईचारे और खुशहाली की मांगी दुआ
सोलन की जामा मस्जिद में सोमवार को ईद-उल-फितर (Eid-ul-Fitar) की नमाज अदा की गई, जिसमें भारी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भाग लिया। इस अवसर पर नमाजियों ने अल्लाह की बारगाह में देश की तरक्की, खुशहाली, आपसी भाईचारे और एकता की दुआ मांगी। नमाज के बाद सभी ने गले मिलकर एक-दूसरे को ईद की मुबारकबाद दी और आपसी सौहार्द्र को बनाए रखने का संदेश दिया।ईद की विशेष नमाज सुबह तय समय पर अदा की गई, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया। नमाज के बाद इमाम मोहम्मद आरिफ ने उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि ईद केवल एक पर्व नहीं, बल्कि आपसी प्रेम और भाईचारे का संदेश देने वाला दिन है। उन्होंने कहा कि इस अवसर पर गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करना बेहद जरूरी है, ताकि हर कोई इस खुशी में शामिल हो सके। इस वर्ष सदका-ए-फितर की न्यूनतम राशि 70 रुपये प्रति व्यक्ति तय की गई है, जिसे सभी सक्षम लोगों को अदा करना चाहिए, ताकि जरूरतमंदों तक मदद पहुंच सके।
नमाज के बाद मस्जिद परिसर में लोगों ने एक-दूसरे से गले मिलकर ईद की शुभकामनाएं दीं। बच्चों में भी ईद को लेकर खासा उत्साह देखने को मिला। कई लोगों ने अपने घरों में विशेष पकवान तैयार किए और आपस में मिठाइयों का आदान-प्रदान किया।
सोलन की जामा मस्जिद (Jama Maszid Solan) में ईद के मौके पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। प्रशासन की ओर से यातायात को सुचारू बनाए रखने के लिए विशेष व्यवस्था की गई थी। इस अवसर पर शहर के गणमान्य लोग भी उपस्थित रहे और उन्होंने मुस्लिम समुदाय को ईद की बधाई दी।